वीवीआइपी पास की व्यवस्था खत्म
तीसरे दिन शनिवार सुबह दस बजे से ही पांडाल खचाखच भर चुका था। दोपहर एक बजे कथा की शुरुआत होने पर भीड़ बेकाबू होती नजर आई। हालात को भांपते हुए कथावाचक पं. मिश्रा ने दोपहर करीब 3.40 बजे कथा रोक दी। आयोजन समिति के संयोजक राजन शर्मा और सचिव अनिल संत ने कहा कि पं. मिश्रा, आयोजकों और पुलिस के बीच बैठक में व्यवस्थाएं सुधारने और पांडाल बढ़ाने की बात पर सहमति बनी। विधायक बालमुकुंदाचार्य भी पूरे घटनाक्रम में मौजूद रहे। पं. मिश्रा ने वीडियो जारी कर कथा यथावत रूप से जारी रखने की बात कही। उधर, कथा में वीवीआइपी सिस्टम के लिए पास व्यवस्था को खत्म कर दिया गया।वायरल हो रही पोस्ट
सोशल नेटवर्क पर एक पोस्ट वायरल हुई। इसमें लिखा कि अन्य कारणों से कथा का समापन किया गया। पोस्ट के मुताबिक मिश्रा ने प्रवचन में कहा था कि अगर तुलसी के पौधे की जड़ दिखने लगे तो वह पौधा मर जाता है। वैसे ही लड़कियों की नाभि भी शरीर की जड़ है। उसे वस्त्र (कपड़े) से ढंककर रखना चाहिए। जितना ढंका रहेगा, उतनी सुरक्षा बनी रहेगी।पुलिस का पर्याप्त इंतजाम, दो शिफ्टों में लगाई ड्यूटी
एडिशनल पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) डॉ. रामेश्वर सिंह ने बताया कि कथा के लिए पुलिस का पर्याप्त इंतजाम किया गया है। कथा में किसी को परेशानी नहीं आए। इसके लिए पांच एसपी, 18 सीनियर आरपीएस अधिकारी और 500 पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। पुलिसकर्मी सुबह से लेकर रात तक दो शिफ्टों में ड्यूटी कर रहे है।राजस्थान से बड़ी खबर, बॉर्डर से बीएसएफ ने पकड़ा पाकिस्तानी रेंजर, पूछताछ जारी
पुलिस पर लगाए मनमानी के आरोप
लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस के आलाधिकारी-जवान अपने लोगों को आगे बैठाने के लिए आतुर दिखे। विरोध करने पर गलत बर्ताव भी हुआ। स्टेडियम के आसपास वाली कॉलोनियों के रास्ते बंद करने से भी परेशानी हुई। बेरिकेड्स होने से लोग घरों में कैद हो गए।जयपुर को मिला एक और तोहफा, अब JDA बनाएगा गोपालपुरा एलिवेटेड, 184.47 करोड़ स्वीकृत
व्यवस्थाएं स्टेडियम की क्षमता के अनुसार
मजबूत जर्मन हैंगर, मोजो बैरिकेड के साथ ही मजबूत स्टेज तैयार किया है। ठंडी हवा के लिए पूरे पांडाल में कूलिंग सिस्टम भी लगा था। सभी व्यवस्था स्टेडियम की क्षमता के अनुसार थी।रवि जिंदल, अध्यक्ष, ऑल इंडिया टैंट डेकोरेटर वेलफेयर एसोसिएशन
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कथा को नहीं रूकवाया गया
जिला प्रशासन की ओर से कथा को नहीं रूकवाया गया है। मौसम को देखते हुए आयोजकों ने कथा को स्थगित कर दिया था। अब आयोजकों के द्वारा पूरी तैयारियों के साथ कथा फिर से शुरू करवाई जा रही है।जितेन्द्र सोनी, कलक्टर, जयपुर