‘रणथंभौर में कांग्रेस नेताओं के बेटों ने बनाए होटल’: BJP विधायक ने की जांच की मांग, BSP विधायक को स्पीकर ने लगाई फटकार
Rajasthan Budget Session 2025: राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को रणथंभौर टाइगर रिजर्व के आसपास जमीनों के सौदों को लेकर राजनीतिक घमासान देखने को मिला।
Rajasthan Assembly Budget Session 2025: राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को रणथंभौर टाइगर रिजर्व के आसपास जमीनों के सौदों को लेकर राजनीतिक घमासान देखने को मिला। भाजपा विधायक जितेंद्र सिंह गोठवाल ने आरोप लगाया कि पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान बड़े नेताओं के बेटों ने जमीनों की दलाली की और वहां नियमों में छूट देकर होटलों का निर्माण कराया। उन्होंने रणथंभौर में हुए भूमि सौदों की जांच की मांग की।
वन, पर्यावरण और उद्योग विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान भाजपा विधायक जितेंद्र सिंह गोठवाल ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार में बड़े नेताओं के बेटे 5-5 महीने रणथंभौर के होटलों में रहे और वहां जमीनों की दलाली करते रहे। किसानों की जमीनों को नियमों में छूट देकर होटलों में बदला गया। सरकार को इस मामले की जांच करानी चाहिए कि किन नेताओं और उनके बेटों ने वहां होटल बनाए।
उन्होंने कहा कि रणथंभौर टाइगर रिजर्व के आसपास नियमों में छूट देकर कांग्रेस नेताओं के चहेतों को जमीनें खरीदवाई गईं और वहां होटल खड़े कर दिए गए। गोठवाल ने सरकार से मांग की कि इस पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
विधायकों के फोटो अपडेट करने की मांग
विधानसभा में शून्यकाल के दौरान एक तकनीकी गलती सामने आई, जिससे सदन में हलचल मच गई। सदन में लगे स्क्रीन पर बसपा विधायक जसवंत सिंह गुर्जर को भाजपा विधायक जसवंत सिंह यादव के रूप में दिखा दिया गया।
इस पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि सभी विधायकों के फोटो अपडेट करवाने चाहिए। कुछ विधायकों ने बहुत पुराने फोटो लगा रखे हैं। कई विधायकों ने तो शादी के समय का फोटो लगा रखा है और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कॉलेज टाइम का फोटो लगा रखा है। सदन में इस टिप्पणी पर खूब ठहाके लगे।
यहां देखें वीडियो-
BSP विधायक को स्पीकर ने लगाई फटकार
शून्यकाल के दौरान बसपा विधायक जसवंत सिंह गुर्जर को स्पीकर ने उस वक्त टोक दिया, जब उन्होंने टैबलेट को स्टैंड की तरह पकड़कर दबाते हुए पढ़ना शुरू किया। स्पीकर ने उन्हें फटकारते हुए कहा कि टैबलेट पर दबाव मत डालिए, कागज हाथ में लेकर पढ़िए। इस पर विधायक ने मजाकिया लहजे में कहा कि एक ही बात है। स्पीकर ने तुरंत जवाब दिया – “एक बात नहीं है।
बसपा विधायक ने हंसते हुए कहा “क्या-क्या हाथ में लें? इसके बाद स्पीकर के निर्देश पर विधायक ने टैबलेट हटाकर कागज से पढ़ना शुरू किया। गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब स्पीकर ने विधायकों को सदन में लगे टैबलेट को स्टैंड की तरह इस्तेमाल करने पर टोका है।