पायलट ने सबसे पहले कर्नल सोफिया प्रकरण पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह द्वारा सेना की महिला अधिकारी कर्नल सोफिया के लिए इस्तेमाल किए गए अपशब्द बेहद निंदनीय हैं। यह देश की सेना का अपमान है और ऐसे मंत्री को नैतिकता के आधार पर तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
इसके साथ ही सचिन पायलट ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हाल ही में दिए गए बयानों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ट्रंप बार-बार व्यापार का मुद्दा उठाकर कश्मीर जैसे संवेदनशील मसले को अनावश्यक रूप से घसीट रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने एक बार भी आतंकवाद का जिक्र नहीं किया, जो कि सबसे बड़ा वैश्विक खतरा है।
पायलट ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर क्यों भारत सरकार ट्रंप के बयानों का सख्त खंडन नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि ट्रंप द्वारा कश्मीर का जिक्र करना भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि देश की सेना ने हर बार दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया है और हम उनकी बहादुरी को सलाम करते हैं। पायलट ने कहा कि भारत की एकता और अखंडता से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि वह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की स्थिति को मजबूती से पेश करे और देश के गौरव और स्वाभिमान की रक्षा करे।