आरोप है कि हनुमानाराम ने एसआइ भर्ती परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बनकर दूसरे की जगह परीक्षा दी थी। आरोपी एसडीएम एसआइ भर्ती परीक्षा के समय आरएएस में नंबर नहीं आया था। डमी अभ्यर्थी बनने के बाद उसका आरएएस में चयन हुआ था। आरोपी एसडीएम ने एसआइ भर्ती परीक्षा वर्ष 2021 के सितम्बर माह में दी थी। जबकि आरएएस भर्ती परीक्षा वर्ष 2021 में जुलाई व अगस्त में हुई थी।
नरपतराम की जगह दी थी परीक्षा
हनुमानाराम ने नरपतराम की जगह एसआई परीक्षा दी थी। हाल ही में एसओजी की टीम नरपतराम और उसकी पत्नी इन्द्रा को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान नरपतराम ने खुलासा किया कि उसने भी एसआइ भर्ती परीक्षा में आवेदन किया था। उसकी जगह फतेहगढ़ एसडीएम हनुमानाराम ने परीक्षा दी थी। हालांकि नरपतराम एसआइ भर्ती परीक्षा में पास नहीं हुआ था। इस खुलासे के बाद एसओजी ने हनुमानाराम को हिरासत में लिया था।
हनुमानाराम की आरएएस परीक्षा में आई थी 22वीं रैंक
हनुमानाराम विरड़ा ने आरएएस परीक्षा 2021 में 22वीं रैंक हासिल की थी। हनुमानाराम की पहली पोस्टिंग 13 फरवरी 2023 को जालोर जिले में चितलवाना एसडीएम के पद पर हुई थी। इसके बाद एसडीएम बागोड़ा और फिर इसी पद पर शिव में रहा। जैसलमेर के फतेहगढ़ में इसी साल 11 फरवरी को हनुमानराम ने कार्यभार ग्रहण किया था। जानें कौन है हनुमानाराम?
हनुमानाराम बिरड़ा बाड़मेर जिले के बिसारणियां का रहने वाला है। इनके परिवार में पिता कौशला राम, माता पेम्पो देवी, दो भाई और छह बहनें हैं। उनके पिता और भाई गांव में ही खेती करते हैं। हनुमानाराम बचपन से ही पढ़ाई में होशियार रहा है। वह साल 2016 से आरएएस की तैयारी कर रहा था। साल 2018 में बाड़मेर में सांख्यिकी विभाग संगणक के पद पर चयन होने के बाद भी उसने आरएएस की तैयारी नहीं छोड़ी थी। उसका दूसरे ही प्रयास में आरएएस में चयन हो गया था।