10 दिनों में सुधरी व्यवस्था, मिली जाम से मुक्ति
गत 7 अप्रेल को कस्बे के मुख्य मार्गों पर स्थित अस्थायी बस स्टैंडों को हटा दिया गया। जिसके बाद से निजी बसों को रावणा राजपूत समाज की भूमि से और रोडवेज बसों को केन्द्रीय बस स्टैंड से संचालित किया जा रहा है। कस्बे में अब केवल दो जगहों से बसों के संचालन से यात्रियों को राहत मिली है। साथ ही बसों को निर्धारित जगहों से रवाना होने के बाद मुख्य मार्गों पर सवारियां लेने व उतारने पर भी मनाही है, ताकि यातायात व्यवस्था नहीं बिगड़े। इस व्यवस्था से आमजन को भी राहत मिली है। यातायात पुलिस प्रभारी सवाईसिंह तंवर के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों को जगह-जगह तैनात किया गया है, ताकि मार्गों पर सवारियां लेने या उतारने के लिए बसें नहीं रुकी और व्यवस्था नहीं बिगड़े।
रोडवेज की मांग पर प्रशासन ने दी अनुमति
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम जैसलमेर आगार की ओर से उपखंड अधिकारी को एक पत्र लिखकर विश्नोई धर्मशाला या अंबेडकर सर्किल के पास बसों को खड़ी करने के लिए अनुमति दिलाने की मांग की। जिस पर उपखंड अधिकारी की ओर से रोडवेज बसों को विश्नोई धर्मशाला के सामने रोकने और सवारियों को लेने व उतारने की अनुमति दे दी गई।
पुलिस ने कहा – विवाद की आशंका
उपखंड अधिकारी की अनुमति के बाद पुलिस वृताधिकारी ने उपखंड अधिकारी को पत्र लिखा है। इसमें बताया गया कि पुलिस की ओर से यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए अस्थायी बस स्टैंड हटाए गए है। जिसके बाद निजी बसों की ओर से अपने स्तर पर रावणा राजपूत समाज की भूमि से संचालन किया जा रहा है। रोडवेज बसें नगरपालिका के केन्द्रीय बस स्टैंड से संचालित की जा रही है। उन्होंने बताया कि विश्नोई धर्मशाला के सामने सडक़ पर दुकानदारों की ओर से दोनों तरफ अतिक्रमण किए गए है। जिसके कारण सडक़ संकरी है। बसों के ठहराव से यहां यातायात व्यवस्था बाधित होगी और जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। साथ ही निजी बसों की ओर से यहां बसों के ठहराव की मांग की जाएगी। जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने बताया कि अंबेडकर सर्किल के पास नगरपालिका की ओर से हाल की सफाई करवाकर जगह बनाई गई है। यहां अनुमति दी जाती है तो पुलिस को कोई आपत्ति नहीं होगी।