पोकरण क्षेत्र के विद्यालय हो या महाविद्यालय, हर जगह पद रिक्तता की समस्या बनी हुई है। शिक्षकों व व्याख्याताओं के पद रिक्त होने के कारण युवाओं को उच्च शिक्षा नहीं मिल पा रही है। कई युवा अन्य शहरों का रुख कर रहे है तो कई शिक्षण छोडऩे को मजबूर हो रहे है।
रोजगार की स्थिति भी बेहतर नहीं परमाणु परीक्षण के बाद पोकरण को विश्व स्तरीय पहचान मिली, लेकिन सरकार की नजरें इनायत नहीं हो सकी। यहां रोजगार के साधन व उद्योग बढ़ाने को लेकर कोई कवायद नहीं की जा रही है। हालांकि सौर व पवन ऊर्जा संयंत्रों का पोकरण हब बन रहा है, लेकिन जिन गांवों में प्लांट नहीं है, वहां रोजगार की कमी महसूस हो रही है।
बढ़ें तकनीकी शिक्षा व स्किल डवलपमेंट क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा को लेकर कोई पहल नहीं हुई है। हालांकि पोकरण में एक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान है और कुछ युवा निजी संस्थानों से डिप्लोमा कर रहे है, लेकिन सरकारी महाविद्यालय या तकनीकी शिक्षा को लेकर कोई सुविधा नहीं है। इसके अलावा स्किल डवलपमेंट, स्टार्टअप जैसी कोई व्यवस्था नहीं है।
मिले गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तो रुके पलायन क्षेत्र में उच्च व तकनीकी शिक्षा की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण युवाओं को अन्यंत्र जाना पड़ता है। सरकार को बेहतर शिक्षण व्यवस्था के लिए प्रयास करने चाहिए।
- सूर्यप्रकाश विश्नोई, युवा खेतोलाई
बढऩे चाहिए रोजगार के अवसर युवाओं के लिए क्षेत्र में रोजगार के पर्याप्त साधन नहीं है। परमाणु परीक्षण के बाद विश्व स्तरीय पहचान के बावजूद सरकार ने इस क्षेत्र के चहुमुखी विकास व युवाओं के रोजगार को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया है।
- अरविंद विश्नोई, युवा खेतोलाई