Rajasthan Murder: शराब पिलाकर बोला, मैं तेरा गुरू, मार डाल इसे, 2 सगे भाइयों की साजिश से पुलिस भी हैरान
पुलिस ने बताया कि आरोपी पूराराम ने मृतक भैरुसिंह का प्लॉट खरीदा था। सौदा 7 लाख रुपए में तय हुआ, 2 लाख रुपए पूराराम ने सौदा तय होने पर दे दिए थे, लेकिन बाद में नीयत बदल गई।
राजस्थान के आहोर थाना क्षेत्र के अंतर्गत शंखवाली-जोगावा मार्ग पर तीन दिन पूर्व युवक भैरुसिंह की हत्या का पुलिस ने खुलासा करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। हत्या का मामला जमीन की बिकवाली से जुड़ा है। आहोर निवासी भैरूसिंह (36) पुत्र बाबूलाल राव का सड़क मार्ग पर शव मिलने के बाद परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी।
एसपी ज्ञानचंद्र यादव ने निरीक्षण कर टीमों का गठन किया। घटनास्थल पर एमओबी टीम, तकनीकी टीम, एफएसएल टीम ने निरीक्षण कर साक्ष्य एकत्र किए। वहीं डॉग स्क्वायड भी बुलाया गया। जालोर टीम ने संदिग्ध मोबाइल नम्बरों की कॉल डिटेल निकलवाई, जिस पर सामुजा निवासी पूराराम पुत्र हेमाराम, सामुजा हाल राजेंद्र नगर आहोर निवासी लखमाराम पुत्र हेमाराम घांची और आहोर की वर्धमान कॉलोनी निवासी नरेन्द्रदास उर्फ नीतू पुत्र बजरंगदास वैष्णव को दस्तयाब किया गया। पूछताछ करने पर आरोपियों ने भैरूसिंह राव की हत्या करना कबूल किया।
नीयत बिगड़ी और कर दी हत्या
आरोपी पूराराम ने मृतक भैरुसिंह का प्लॉट खरीदा था। सौदा 7 लाख रुपए में तय हुआ था, जिसमें से 2 लाख रुपए पूराराम ने सौदा तय होने पर दे दिए थे, लेकिन बाद में आरोपी की नीयत बदल गई। वह बाकी के 5 लाख रुपए मृतक भैरुसिंह को नहीं देना चाहता था। साजिश रचकर बकाया रुपए नहीं देने की नीयत से भैरुसिंह की हत्या कर दी।
हत्या वाले दिन भैरुसिंह को बुलाया और बाइक पर बैठाकर ले गए और शराब पिलाई। बाद में लखमाराम और नरेंद्रदास को बुलाया और लोहे की रॉड से वारकर उसकी हत्या कर दी। एसपी ज्ञानचंद्र यादव के अनुसार पूराराम और लखमाराम दोनों सगे भाई हैं। लखमाराम ने ही पूराराम को यह साजिश रचने को कहा, जिसके बाद भैरुसिंह को बुलाया गया और शराब पिलाई गई। लखमाराम के साथ नरेंद्र भी था।
लखमाराम ने नरेंद्र को रॉड से वार करने को बोला तो पहले तो उसने इनकार किया, लेकिन शराब पिलाकर उसे कहा कि मैं तेरा गुरु हूं, मेरी बात नहीं मानेगा। चूंकि लखमाराम ने नरेंद्र को इलेक्ट्रिक का कार्य सिखाया तो उसने बात मान ली और सिर पर वार किया, जिससे मौत हो गई।
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सड़क दुर्घटना का रूप देने का प्रयास
एसपी ज्ञानचंद्र यादव के अनुसार भैरुसिंह की हत्या के बाद आरोपियों ने मृतक के शव को एक दिन और आधी रात तक एक मकान में रखा और दूसरे दिन हादसे का रूप देने के लिए सड़क मार्ग पर ले गए। जहां शव को रखा गया था, वह प्रवासी का सूना मकान है और उसकी चाबी लखमाराम के पास ही थी।
भाई ने जताई थी हत्या की आशंका
17 अप्रेल को संदिग्ध अवस्था में सरहद जोगावा में भैरुसिंह के शव मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। शव से बदबू आ रही थी। मृतक के भाई संतोष कुमार ने हत्या की आशंका जताते हुए इसे हादसे का रूप देने की साजिश की आशंका जताई थी। पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़कर मामले का खुलासा किया
पुलिस को गुमराह करने का प्रयास
सिर पर चोट लगने के बाद खून मकान में ही बह गया। डेढ़ दिन तक शव पड़ा रहने पर आरोपियों को संदेह था कि शव के पास सड़क पर खून नजर नहीं आया तो संदेह हो सकता है। ऐसे में कुमकुम ले गए, जिसे घटनास्थल पर बिखरा गया, लेकिन पुलिस को शव से आ रही बदबू से पहले दिन से ही वारदात को लेकर शक था।