जहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल जशपुर के लिए रेफर किया गया। वहां से गंभीर रूप से घायल चार लोगों को अंबिकापुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि इनमें से दो लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, यह हादसा बंदरचुंवा के नार्थ वेस्टर्न जीईएल चर्च में मंगलवार सुबह 11:10 बजे हुआ। छत की ढलाई के दौरान सेंट्रिंग गिरने से छह मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में ठेकेदार शकील खान अंबिकापुर निवासी का पैर टूट गया है, जबकि अन्य मजदूरों को कमर और हाथ-पैर में फ्रेक्चर हुआ है।
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि,
हादसे के वक्त छत पर करीब 50 मजदूर काम कर रहे थे, लेकिन नीचे काम कर रहे मजदूर मलबे की चपेट में आ गए। स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी सैहुन टोप्पो ने बताया कि घायलों को तुरंत एंबुलेंस की मदद से कुनकुरी के निजी अस्पताल भेजा गया।
सरकारी अस्पताल की अव्यवस्था हुई उजागर
लोगों ने बताया कि घायलों को सबसे पहले कुनकुरी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां इमरजेंसी रूम और ड्रेसर की कमी के कारण उन्हें जशपुर रेफर कर दिया गया। यह समस्या सरकारी अस्पताल कुनकुरी में लंबे समय से बनी हुई है। दोकड़ा पुलिस चौकी प्रभारी अशोक यादव ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि, फिलहाल हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। इस हादसे ने निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा उपायों की अनदेखी और क्षेत्र के स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को उजागर किया है। हादसे के लिए जिमेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज हो रही है।