हर बच्चे को सप्ताह में तीन दिन सौ-सौ एमएल दूध दिया जाएगा। बच्चों को सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को गर्म मीठा दूध पिलाना शुरू कर दिया गया है। यह दूध तैयार करने के लिए प्रदेश के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आने वाले 15 लाख 6 हजार 255 बच्चों के लिए 1 लाख 95 हजार 639 किलोग्राम से अधिक स्किम्ड मिल्क पाउडर भेजा है। इसके साथ ही जनवरी व फरवरी का दूध पाउडर भी दिया है। जिससे तीन माह तक बच्चों को दूध पिलाने में कोई बाधा नहीं आएगी। इस दूध पाउडर में से हर बच्चे के लिए 10 ग्राम लगभग दो चमच पाउडर से 100 मिली दूध तैयार किया जा रहा है। यह दूध कितने बच्चों को पिलाया जा रहा है। यह रोजाना पोषण ट्रेकर एप पर आधार नम्बर से सत्यापन करना जरूरी किया गया है।
किस जिले को कितना
प्रदेश के जिलों में आंगनबाड़ी आने वाले बच्चों के लिए तीन माह का 7 लाख 43 हजार 540 किलोग्राम मिल्क पाउडर भेजा गया है। इनमें झालावाड़ को 21025 किलोग्राम, चित्तौडगढ़ को 18280, अजमेर को 19230, अलवर 42965, बांसवाड़ा 32965, बारां 18735, बाड़मेर 59480, भरतपुर 26910, भीलवाड़ा 24190, बीकानेर 22150, बूंदी 14305, चूरू 19725, दौसा में 20620, धौलपुर 15525, डूंगरपुर 22890, हनुमानगढ़ 12500, जयपुर 33560, जैसलमेर 12770, जालोर 27130, झूंझुनूं 11030, जोधपुर 39375, करौली 20270, कोटा 13830, नागौर 33325, पाली 19305, प्रतापगढ़ 16570, राजसमंद 12255, सवाई माधोपुर 11375, सीकर 16295, सिरोही 12380, गंगानगर 16905, टोंक 14395, उदयपुर जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों के लिए 41145 किलोग्राम मिल्क पाउडर तीन माह के लिए दिया गया है।
क्या है स्किम्ड मिल्क
स्किम्ड मिल्क पाउडर दूध से प्राप्त किया जाता है। जिसे स्किम्ड पाश्चुरीकृत और वैक्यूम वाष्पीकरण के माध्यम से सांद्रित किया जाता है। सांद्रित दूध को गर्म हवा में स्प्रे करके सुखाया जाता है। इस पाउडर में विटामिन और खनिज तत्व अधिक होते हैं। यह दूध कम वसा, उच्च प्रोटीन व कोलेस्ट्रॉल मुक्त होता है। परियोजना बच्चे अकलेरा 5789 बकानी 3335 भवानीमंडी 5525 डग 7373 झालरापाटन 6934 खानपुर 6199 मनोहरथाना 4652 पिड़ावा 8261 कुल पंजीकृत 48068 जिले में कुल आंगनबाड़ी केन्द्र- 1513
जिले में 3 से 6 वर्ष तक के बच्चे- 48134 झालावाड़ जिले में 21025 किलोग्राम दूध पाउडर मिलेगा
हर बच्चे को सौ एमएल
अभी ब्लॉक स्तर पर कुछ आंगनबाडी केन्द्रों पर सप्लाई हुई है। जैसे ही सभी केन्द्रों पर पाउडर मिल्क के पैकेट पहुंच जाएंगे तो बच्चों को सप्ताह में तीन दिन दूध पिलाया जाएगा। प्रत्येक बच्चे को सौ एमएल गर्म मीठा दूध पिलाया जाना है।
दिलीपसिंह गुप्ता, उप निदेशकए महिला एवं बाल विकास विभाग