पुलिस के अनुसार जेल की बाहरी सुरक्षा के लिए आरएएसी तैनात है। यहां पिछले दिनों जवान सवाई माधोपुर निवासी राम सिंह मीणा की जेल में तैनात में कोत कमांडर से खाना खाने के दौरान किसी बात पर कहासुनी हो गई थी, तभी से रामसिंह मीणा नाराज चल रहा था। गुरुवार को रात दसे बजे ड्यूटी बदली के समय कोत कमांडर ने अपने साथी अशोक कुमार को कोत की चाबी लेने के लिए भेजा और कहा कि रामसिंह को कोई भी हथियार नहीं देगा।
इस बात से रामसिंह मीणा नाराज हो गया। राम सिंह की करीब पंद्रह मिनट तक अन्य जवानों से बहस होती रही। फिर राम सिंह ने गुस्से में अपने एक साथी की राइफल छीन ली और जवानों की तरफ अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग देखकर जवान बचने के लिए इधर उधर भागे। एक गोली जवान अशोक कुमार के हाथ में लगकर आरपार हो गई। राम सिंह ने ताबड़तोड़ सात गोलियां चला दी। एक जवान भागकर कोत के अंदर छिप गया, जबकि दो जवान पास ही पानी के तालाब में कूद गए।
कोतवाली पुलिस पर तान दी राइफल
फायरिंग की सूचना पर तत्काल कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। थानाधिकारी ने जब फायरिंग के बारे में पूछा तो राम सिंह ने पुलिसकर्मियों पर राइफल तान दी। राइफल ताने देखकर पुलिसकर्मियों की भी सांस अटक गई। थानाधिकारी ने रामसिंह को बातों में उलझाया। इसी दौरान कांस्टेबल चंद्रशेखर गुर्जर ने दौड़कर उससे राइफल छीन ली। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी राइफल जब्त कर ली गई। राइफल के अंदर तेरह जिंदा कारतूस मिले। इस राइफल में एक बार में बीस कारतूस लोड किए जाते है। गोली लगने से घायल अशोक को अस्पताल लाकर उपचार कराया गया। सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिंरजीलाल मीणा और उप अधीक्षक हर्षराज सिंह खरेड़ा भी मौके पर पहुंचे। पुलिस को मौके पर कारतूस के चार खाली खोखे मिले।
” पूरे घटनाक्रम में कोतवाली पुलिस का अच्छा काम रहा। फ ायरिंग के आरोपी के जवान के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। उसने फायरिंग क्यों की, इसके सभी पहलुओं पर अनुसंधान किया जा रहा है। इनके बीच ड्यूटी शिफ्ट बदलने के दौरान हथियार को लेकर विवाद की जानकारी मिली है। वारदात में प्रयुक्त राइफ ल व 13 जिंदा व चार कारतूस के खाली खोखे जब्त किए गए है।
ऋचा तोमर, पुलिस अधीक्षक झालावाड़