भाजपा प्रत्याशी को जिताने के लिए भाजपा के मंडल अध्यक्ष, सभापति, पूर्व जिलाध्यक्ष समेत पार्टी के तमाम पदाधिकारी जुटे रहे। फिर भी भाजपा प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई। शहर में नगर परिषद में अभी भाजपा का बोर्ड है लेकिन लंबे समय से आमजन के पट्टा, निर्माण स्वीकृतियां नहीं मिलने, समितियों का गठन नहीं होने, एक साल से बोर्ड बैठक नहीं होने व परिषद में स्थायी अधिकारी के नहीं होने से आम लोगों के काम नहीं हो पा रहे हैं। इसके चलते भी वार्ड के लोगों में मौजूदा बोर्ड के प्रति खासी नाराजगी है। इसी के चलते भाजपा प्रत्याशी को मात्र 31 वोट ही मिले।
रिटर्निंग अधिकारी अभिषेक चारण ने बताया कि उप चुनाव में कुल 639 मत डाले गए। जिसमें कांग्रेस के प्रत्याशी नफीस खान को 315 मत, भाजपा के सिकन्दर को 31 मत तथा निर्दलीय प्रत्याशी मुमताज अली को 288 मत प्राप्त हुए।
वहीं, 5 मत नोटा में डाले गए। इस प्रकार इण्डियन नेशनल कांग्रेस के नफीस खान 27 वोट से विजयी घोषित किए गए। इस दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी सत्यनारायण आमेटा एवं नगर परिषद् आयुक्त नरेन्द्र मीणा आदि मौजूद रहे।
खान की मौत के बाद खाली हुई थी सीट
नगर परिषद के वार्ड 13 के कांग्रेस पार्षद मोहम्मद शफीक खान की बीमारी से मौत के बाद ये सीट रिक्त हो गई थी। जिस पर गुरुवार को मतदान हुआ था। वहीं शुक्रवार को परिणाम घोषित हुआ तो भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।