स्थायी हो समाधान-
शहर के लोगों की मांग है कि सरकार दरा जाम की समस्या का वैकल्पिक नहीं स्थाई समाधान निकाले। लंबे समय से इस समस्या से पूरे राजस्थान सहित एमपी व अन्य प्रदेशों से नेशनल हाइवे 52 से गुजरने वाले लोग जाम से परेशान हो रहे हैं। शहर के लोगों ने सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए बंद की शुरुआत झालावाड़ से की है। सर्वजागृत समाज के लोगों का कहना है कि सरकार इसका स्थाई समाधान निकाले।
एम्बुलेंस के साथ किया विरोध-
शहर में निकाली गई वाहन रैली में बड़ी संख्या में एम्बुलेंस संचालक एम्बुलेंस के साथ ही रैली में शामिल होकर सरकार काध्यान आकर्षित किया। जाम से जा रही मरीजों की जान- मानव सेवा समिति अध्यक्ष शैलेन्द्र यादव ने बताया कि दरा में लगने वाले जाम में विगत दिनों में झालावाड एवं मध्यप्रदेश से मरीजों को कोटा ले जाने के दौरान दो मरीजों की जाम में फंसने से मौत हो गई है। जाम से सबसे ज्यादा परेशानी हार्ट अटैक के मरीजों को रही है। झालावाड़ में हार्ट की सुविधा नहीं होने से मरीजों को कोटा रैफर किया जाता है। लेकिन रास्ते में जाम में फंसने से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सर्व जागृत समाज चला रहा मुहिम-
दरा जाम की समस्या के निस्तारण के लिए सर्व जागृत समाज द्वारा एक मुहीम चलाई जा रही है। जिसमें शुक्रवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था, इसी श्रेणी में सोमवार को सभी व्यापारियों द्वारा अपने प्रतिष्ठान बंद रखे गए। सर्वसमाज व एम्बुलेंस संचालको ने रैली निकाली। अधिवक्ता आज करेंगे विरोध- मंगलवार को बार एसोसिएशन काली पट्टी बांधकर दरा जाम का विरोध करेंगे। बार एसोसिएशन अध्यक्ष एडवोकेट राम माहेश्वरी ने बताया कि दरा जाम के विरोध में मंगलवार को सभी अधिवक्ता कालीपट्टी बांधकर विरोध करेंगे।
सर्वसमाज के लोगों ने लिया भाग-
शहर में बंद को सफल बनाने में सर्वसमाज का सहयोग रहा। जिसमें गढ़ गणपति मंदिर समिति अध्यक्ष मिहिर शर्मा, मंगलपुरा व्यापार संघ अध्यक्ष संदीप अग्रवाल, ओम पाठक, शुभेन्द्र हाडा,कैलाश मेहरा, राजेंद्र सेन, लोकेश शर्मा, भूपेंद्र पाण्डेय,राजू कश्यप, विजय जादौन,राजकुमार शर्मा,पप्पू पालरेचा,दीपू खंडेलवाल,ललित सुमन,नितिन शर्मा,सुनील मीणा, शुभम पारेता,हिमांशु भाटिया,अंकित सुमन,चंदू सुमन ,रामहेत जाट सहित कई व्यापारियों ने वाहन रैली में भाग लिया। जनप्रतिनिधि भी उठा चुके हैं मुद्दा- दरा जाम के मुद्दे को जनप्रतिनिधि भी कई बार उठा चुके हैं। झालावाड़ सांसद दुष्यंत सिंह ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया है और सड़क एवं परिवहन मंत्री नितीन गड़करी से मिलकर समाधान की मांग की है। वहीं खानपुर विधायक सुरेश गुर्जर ने भी हाल ही में इस मुद्दे को विधानसभा में प्रमुखता से उठाया। पूर्व में हो चुका था
ऐलिवेटेड रोड स्वीकृत-
दरा जाम व मुकुन्दरा टाइगर रिजर्व का हिस्सा होने से पूर्व में वसुन्धरा राजे की सरकार में यहां एलिवेटेड रोड बनाने की स्वीकृति जारी हो चुकी थी, लेकिन सरकार बदलने बाद इसको बजट नहीं मिला। मामला जस का तस रह गया। जबकि ये लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के संसदीय क्षेत्र का मामला है। फिर भी ये काम नहीं हो पा रहा है।
इसलिए लग रहा जाम-
नेशनल हाइवे 52 पर दरा की नाल से ही 8 लेन के सारे वाहन निकल रहे हंै। इस कारण इस मार्ग पर यातायात का दबाव ज्यादा बढ़ गया है। वहीं दरा में 7 किमी का रास्ता सिंगल लेन है। ऐसे में एक बार में एक तरफ से ही वाहन निकल सकते हैं। इसके चलते दूसरी तरफ बड़ी लाइन लग जाती है।