scriptहजारों कर्मचारी हो रहे परेशानउलझन: पोर्टल में पेचीदगियां, कार्मिकों की बढ़ गई परेशानियां | हजारों कर्मचारी हो रहे परेशान | Patrika News
झालावाड़

हजारों कर्मचारी हो रहे परेशानउलझन: पोर्टल में पेचीदगियां, कार्मिकों की बढ़ गई परेशानियां

हजारों कर्मचारी हो रहे परेशान

झालावाड़Jan 09, 2025 / 11:22 am

harisingh gurjar

झालावाड़. राज्य सरकार ने शिक्षकों सहित विभिन्न राजकीय कर्मचारियों के वेतन, एरियर एवं अन्य बिलों के त्वरित भुगतान के लिए फरवरी 2024 से पे-मैनेजर के स्थान पर नया सिस्टम आईएफएमएस 3.0 लॉन्च तो कर दिया पर, करीब 11 माह बाद भी सिस्टम को अपडेट नहीं किया है। इससे वित्त विभाग द्वारा संचालित राजस्थान आईएफएमएस 3.0 (इंटीग्रेटेड इनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम) पर आहरण वितरण अधिकारियों को तकनीकी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते जिले सहित प्रदेशभर के लाखों कार्मिक खासे प्रभावित हो रहे हैं।

पहले और अब की व्यवस्था

पूर्व की व्यवस्था के तहत पहले पे-मैनेजर पर सरकारी कार्मिकों और अधिकारियों के वेतन, एरियर,विविध वित्तीय बिलों से भुगतान किया जाता था पर फरवरी 2024 के बाद से पे-मैनेजर के डेटा आईएफएमएस 3.0 पर ट्रांसफर कर दिए है। वित्तीय आहरण वितरण में तकनीकी और डिजिटली रूप से ऑपरेट करना जटिल बना दिया है। पीडी और पे- मैनेजर से डेटा भी ट्रांसफर नहीं हो रहे हैं। वेतन बिल बनाने वाले सरकारी कार्मिक,तकनीकी जानकार, डीडीओ के साथ यहां तक कि ट्रेजरी कार्यालय के कार्मिक भी कई बार नए पोर्टल की समस्याओं से अनभिज्ञता जाहिर करते हैं। पोर्टल पर आने वाली समस्याओं का निस्तारण कहीं से नहीं हो पा रहा है। सिस्टम को अपडेट करने की जरूरत है।
किसी कर्मचारी का पुराना वेतन एरियर का भुगतान होने पर ही उस कार्मिक का बकाया अन्य वेतन एरियर बना सकते हैं।

वेतनए एरियर में ड्यू ड्रॉन स्टेटमेंट में एरियर बनाने में वास्तविक राशि में अंतर आता है और संशोधन का विकल्प नहीं है।
वेतन, एरियर का हर कर्मचारी का अलग से बिल बनाना पड़ रहा है।

कर्मचारी का स्थानांतरण होने पर यदि कोई एरियर पेंडिंग है तो पे-मैनेजर की तर्ज पर अन्य ऑफिस एपलाई का ऑप्शन मौजूद नहीं है।
सर्विस डिटेल अपडेट नहीं हो पा रही है।

कार्मिक का एरियर बनाने में हर बार रिजनए रिजन डेटए सर्विस कैटेगरीए सब सर्विस केटेगरी पद को भरना पड़ता है।

एरियर बिल बनाने पर किसी कार्मिक का डीए एरियर मानइस आता है।
पीएल सरेंडर में डीडीओ एचओ डीडीओ रोल बार बार चयन कर बिल बनाना पड़ता है।

एक साथ सभी कार्यरत कार्मिक प्रदर्शित नहीं होते हैं। एक बार में पांच ही देख पाते हैं। इसलिए कई बार प्रोसेस रिपीट करना होता हैं। -सभी कार्य एक ही आईडी से होने से आहरण वितरण अधिकारी को अपनी आईडी और पासवर्ड सार्वजनिक करनी पड़ रही है।

हेल्प डेस्क से नहीं मिल रही मदद

कर्मचारियों ने बताया कि आईएफएमएस पर वेतन, एरियर सहित विभिन्न बिलों में आ रही तकनीकी समस्याओं के लिए हेल्प डेस्क बनाई गई है। यहां डीडीओ द्वारा किसी समस्या को लेकर कोई कॉल किया जाता है तो कोई कॉल ही नहीं उठाता है। हेल्प डेस्क पर कोई तकनीकी समस्या भी भेजी जाती है तो उसका प्रति उत्तर भी नहीं मिल रहा है। ऐसे में सरकारी विभागों के अधिकारी, कार्मिक एवं शिक्षक हर रोज विविध समस्याओं से परेशान हो रहे हैं।
आईडी बनाने में परेशानी आ रही

कर्मचारियों के यात्रा भत्ता, वर्दी धुलाई, मजदूरी, संविदा अवशेष अनुपयोजित उपार्जित अवकाश इत्यादि बिल अभी भी पे मैनेजर पर बनाए जा रहे हैं। आईएफ एमएस 3.0 में इसका ऑप्शन नहीं आ रहा है। इसके अलावा नए कर्मचारी की एपलाई आईडी बनाने में बहुत परेशानी आ रही है। सर्वर अक्सर बंद ही पाया जाता है, कार्यालय समय के बाद अथवा देर रात्रि में कार्य करना पढ़ रहा है।

हर्षित गौतम, जिला अध्यक्ष, मिनीस्ट्रीयरल सर्विसेज एसोसिएशन, झालावाड़।

एक जोड़ो तो दूसरी हट रही

सरकार द्वारा आईएफएमएस 3.2 में कई तरह की कमियां है, जिनकी वजह से कर्मचारी खासे परेशान हो रहे हैं। वेतन व एरियर बनाने में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक कटौती जोड़ो तो दूसरी अपने आप हट जाती है। एक अन्य ऑप्शन से कार्य करना पड़ता है जो की पूर्णतया सही से वर्किंग में नहीं है। इस कारण कार्य में विलंब हो रहा है। समर्पित अवकाश नगद भुगतान के लिए एक ही कार्य को दो-दो मैन्युअल पर दो बार करना पड़ रहा है।किसी भी बिल में आक्षेप प्राप्त होने पर आक्षेप पूर्ति कर पूर्ण बिल भिजवाने का कोई ऑप्शन उपलब्ध नहीं होने से पूरा बिल फिर से नए सिरे से प्रारंभ करना पड़ता है।इससे अधिक समय व श्रम लग रहा है।

चन्दन चतुर्वेदी, जिलाध्यक्ष कर्मचारी महासंघ, झालावाड़।

Hindi News / Jhalawar / हजारों कर्मचारी हो रहे परेशानउलझन: पोर्टल में पेचीदगियां, कार्मिकों की बढ़ गई परेशानियां

ट्रेंडिंग वीडियो