स्ट्रेचर पर मां…हाथ में खून की बोतल थामे बेटा, स्ट्रेचर खींच रहा पिता, झांसी मेडिकल कालेज से सामने आया वीडियो
झांसी मेडिकल कालेज में लापरवाही की वजह से एक महिला की जान चली गई। महिला स्ट्रेचर पर थी और उसे खून चढ़ रहा था। इसके बाद भी उसे एक्सरे के लिए भेज दिया गया।
झांसी : झांसी मेडिकल का एक फोटो बहुत तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस फोटो में साफ दिखाई दे रहा है एक महिला स्ट्रेचर पर है और उसका पति स्ट्रेचर खींच रहा है। इसके साथ ही महिला का बेटा खून की थैली पकड़े हुए है। इलाज में हुई इस तरह की लापरवाही की कीमत महिला को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। सीएमएस डॉ. सचिन माहुर ने प्राथमिक जांच के बाद पांच कर्मचारियों पर कार्रवाई की है.
शकुंतला नायक मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की रहने वाली थीं। उन्हें पेट में आंतों के संक्रमण की शिकायत थी। स्थानीय डॉक्टरों ने उन्हें झांसी रेफर किया था। झांसी मेडिकल कॉलेज में उन्हें वार्ड नंबर दो में भर्ती किया गया। परिजनों का कहना है कि डॉक्टरों ने उन्हें खून चढ़ाने की सलाह दी। 8 मई को जब खून चढ़ाया जा रहा था, तभी उन्हें एक्सरे के लिए रेडियोलॉजी विभाग में भेज दिया गया।
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पांच कर्मचारियों पर गिरी गाज, दो की सेवाएं समाप्त
सीएमएस डॉ. सचिन माहुर ने प्राथमिक जांच के बाद जिन पांच लोगों को जिम्मेदार ठहराया, उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए गए। बताया जा रहा है अभी आगे और लोगाें पर भी गाज गिर सकती है।
1. सिस्टर इंचार्ज सोनिया कासिफ और स्टाफ नर्स पुष्पा (नियमित) का वेतन तत्काल प्रभाव से रोका गया है। दोनों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। 2. आउटसोर्स स्टाफ नर्स पूजा भट्ट और चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी लक्ष्मी की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं।
3. चतुर्थ श्रेणी नियमित कर्मचारी रोशन को निलंबित किया गया है। डॉ. माहुर ने स्पष्ट किया कि यह पूरी घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। खून चढ़ते समय मरीज को एक्सरे के लिए भेजना गंभीर लापरवाही है। जिम्मेदारों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।