थानाधिकारी रणजीत सिंह सेवदा ने बताया कि दिलीप स्वामी गुरुवार रात अपने घर के आंगन में चारपाई पर सोया हुआ था। रात करीब डेढ़ बजे दिलीप स्वामी का दोस्त आशीष शर्मा कुल्हाडा लेकर दिलीप के घर में घुसा तथा दिलीप के गले पर चार से पांच ताबड़तोड वार कर मौत के घाट उतार दिया। आरोपी आशीष ने दिलीप की नृशंस हत्या करने के बाद आरोपी जोर जोर से कहने लगा कि मैंने मेरा बदला ले लिया है।
आशीष की बदला लेने की आवाज सुन कर आस-पास के लोग जाग गए। बाद में आस-पास के लोग दिलीप को लेकर कस्बे के निजी अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया। शुक्रवार सुबह मृतक के भई सुनील स्वामी ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
पहले दोस्त, अब रंजिश
दिलीप स्वामी पिछले कुछ वर्षो से एक ट्रांसपोर्ट कम्पनी में काम करता था। वह करीब एक माह पहले ही छुट्टी लेकर घर आया था। दिलीप स्वामी तथा आरोपी आशीष शर्मा के घर पास पास में ही है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दोनों एक साथ ही रहते तथा खाना भी साथ में ही खाते थे।
गुरुवार को भी दोनों साथ ही घूम रहे थे। लोगों को जब दिलीप की नृशंस हत्या की जानकारी मिली तो हर कोई हतप्रभ रहा गया। पुलिस ने बताया कि दोनों में किसी बात को लेकर फिलहाल विवाद चल रहा था। दोनों में किसी बात को लेकर रंजिश चल रही थी। थानाधिकारी रणजीत सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया कोई मामूली बात को लेकर हत्या का लग रहा है।