विदेशों तक पहुंची पहचान
आज लोहार्गल का अचार न केवल राजस्थान बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों और विदेशों तक भी पहुंच चुका है। बड़ी संख्या में शेखावाटी निवासी खाड़ी देशों व अन्य देशों में प्रवास करते हैं, और उनके साथ यह अचार भी विदेश यात्रा पर निकलता है। यह स्वाद की याद को बनाए रखने का माध्यम बन गया है।क्यों खास है यह अचार?
1-लोहार्गल की कैरी की जाली में मसाला और तेल पूरी तरह रम जाता है, जिससे अचार जल्दी खराब नहीं होता।2-सामान्यत: अचार 1-2 महीने में खराब हो जाता है, लेकिन लोहार्गल की कैरी का अचार 8-10 महीने तक टिकाऊ रहता है।
3-इसकी संरचना में मौजूद प्राकृतिक रेशे और स्थानीय मौसम भी इसे खास बनाते हैं।