दरअसल, भटिण्डा गांव में सुनील बूडि़या की शराब की दुकान है। पास में गोदाम है। पुलिस रात नौ बजे गोदाम पहुंची तो कुछ लोग शराब पीते नजर आए। जो संभवत: गोदाम से खरीदकर वहीं पी रहे थे। कुछ आगे जाकर पुलिस ने गाड़ी घुमाई तो शराब पीने वाले गायब हो गए। सेल्समैन ने गोदाम अंदर से बंद कर लिया। पुलिस ने दरवाजा खोलने का आग्रह किया, लेकिन सेल्समैन ने गेट नहीं खोले। इसको लेकर दोनों में तकरार हो गई। पुलिस का आरोप है कि सेल्समैन ने अभद्रता की। साथ ही अंदर से पत्थर भी फेंके। तब पुलिस लातों से दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी, लेकिन तब तक सेल्समैन पीछे वाले गेट से गायब हो गया। फलस्वरूप पुलिस खाली हाथ लौट आई।
इस बीच, लाइसेंसधारक सुनील बूडि़या ने आबकारी विभाग को सूचित किया। आबकारी निरीक्षक वृत्त ग्रामीण रात पौने बारह बजे मौके पर पहुंचे और निरीक्षण किया। गोदाम में सभी सामान सुरक्षित मिला। थानाधिकारी डॉ. हनवन्त सिंह राजपुरोहित का कहना है कि गोदाम से शराब की बिक्री नहीं की जा सकती है। गश्त में गोदाम के सामने से निकले तो कुछ लोग शराब पीते नजर आए थे, जो भाग गए थे। सेल्समैन ने अभद्रता की और पत्थर भी फेंके। पुलिस अंदर घुसी तब तक वह पीछे वाले गेट से भाग गया था। पुलिस के पास वीडियो रिकॉर्डिंग मौजूद है।
पुलिस पर दुकान में दबंगई का आरोप
उधर, शराब दुकान संचालक का कहना है कि पुलिस शराब की दुकान आई थी। शटर तोड़कर अंदर घुसी थी। कैमरे तोड़ने की कोशिश की थी। वहां कोई मौजूद नहीं मिला था। पुलिस ने लाइसेंसधारक को सूचना तक नहीं दी। आबकारी ने वीडियोग्राफी की है।