मामला कानपुर के रसूलाबाद क्षेत्र का है। यहां पति ने पत्नी की शादी मंदिर में करवा दी। इसके बाद पति बोला की अगर मैं ऐसा नहीं करता तो वह मेरी हत्या भी करवा सकती था। रोज-रोज की कलह से अच्छा है कि मैं अपनी जान बचाऊं और उसे जिसके साथ रहना है रहे।
1.5 महीने ब्वायफ्रेंड के साथ रहकर लौटी थी पत्नी
जानकारी के अनुसार कानपुर थाना क्षेत्र के भग्गा निवादा गांव निवासी योगेश तिवारी का विवाह 2010 में सांभी बिल्हौर निवासी सोनी के साथ हुआ था। योगेश पेशे से किसान है। वह खेती बाड़ी करके अपने घर का पेट पालता है। योगेश का कहना है कि शादी के कुछ दिनों बाद ही सोनी ने कलह करना शुरू कर दिया। 2016 में सोनी ने पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज करवाया था। केस दर्ज करवाने के बाद वह अक्सर घर से बाहर रहने लगी। योगेश के मुताबिक सोनी जब घर वापस आती तो वह उससे कुछ भी पूछता तो कहती तुमको जल्दी ही रास्ते से हटा दूंगी, मेरे बारे में ज्यादा जानकारी इकट्ठी न करो वही अच्छा है। योगेश ने बताया कि इस बार वह 1.5 महीने बाद घर वापस आई और उसने अपने प्रेमी ठठिया निवासी विकास से शादी करने की इच्छा जताई।
10 साल के बेटे को भी ले गई साथ
योगेश ने इस बाबत तिश्ती चौकी पुलिस को सूचना दी और कहा कि पत्नी अपने प्रेमी के साथ ही रहना चाहती है तो उसे स्वीकार है। पुलिस अपनी मौजूदगी में उसकी शादी करा दे। लेकिन पुलिस ने शादी गांव में ही कराने की बात कही, इसके बाद योगेश ने अपने पिता रामअवतार और मां उर्मिला की सहमति से मंगलवार को सोनी का विवाह गांव के मंदिर में विकास से करा दिया। सादी के बाद स्टांप पर लिखा पढ़ी भी की गई। इसके अलावा योगेश का 10 साल का बेटा भी अपनी मां के साथ ही रहेगा। इस पर भी सहमति बनी।