उत्तर प्रदेश की कानपुर में रामनाथ कोविंद पदम पद सिंघानिया एजुकेशन सेंटर कमला नगर में जेके संगठन की 140वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आए थे। इस मौके पर जेके कॉटन का शताब्दी वर्ष भी मनाया जा रहा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि कानपुर को एक बार फिर विश्व के मैप पर स्थापित करना है। कानपुर की चर्चा होने पर उद्योग का जिक्र ना हो या संभव नहीं है। कानपुर को उसकी कोई भी पहचान लौटाने की जरूरत है। लाल इमली के बंद होने पर भी उन्होंने अफसोस जताया।
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा आज वह जो कुछ भी है कानपुर की वजह से
रामनाथ कोविंद ने कहा कि आज वह जो कुछ भी है। कानपुर की वजह से हैं। उनकी पढ़ाई यहीं पर हुई है। हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और फिर राष्ट्रपति भवन तक का सफर तय किया है। जिसमें कानपुर के शिक्षकों, स्वतंत्रता सेनानियों और मां गंगा का आशीर्वाद है। इस मौके पर जेके संगठन की तरफ से एक वृत्त चित्र प्रस्तुत किया गया। जिसमें जीके संगठन की तरफ से किया जा रहे कार्यों को दर्शाया गया था। बच्चों की तरफ से रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में संगठन की अध्यक्ष अभिषेक सिंघानिया भी मौजूद थे।