महिला चिकित्सक ने करौली महिला थाना में दर्ज कराई प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि उन्हें बार-बार बेवजह नोटिस थमाए गए, पैसों की मांग की गई और पैसे न देने की स्थिति में शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला गया। मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
पुलिस उपाधीक्षक अनुज शुभम ने बताया कि महिला चिकित्सक की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। गौरतलब है कि इस मामले में कुछ दिन पहले महिला चिकित्सक की ओर से जिला कलक्टर को भी शिकायत की गई थी। इसके बाद जयपुर निदेशालय की ओर से तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गई।
इस टीम ने यहां आकर संबंधित महिला चिकित्सक के अलावा सीएमएचओ सहित अन्य कार्मिकों के बयान दिए गए थे। वहीं सीएमएचओ डॉ. दिनेश मीणा की ओर से चिकित्सकों की शिकायत पर अपने कार्यालय के दो कर्मचारियों वरिष्ठ कार्यालय सहायक इमरान खान और एक अन्य को निदेशालय के लिए कार्यमुक्त कर दिया गया।
हालांकि मामले में सीएमएचओ दिनेशचंद व कार्यालय सहायक इमरान खान ने महिला चिकित्सक की ओर से लगाए आरोपों के निराधार बताया था। उनका कहना था कि महिला चिकित्सक को नोटिस दिया था। जिसके बाद चिकित्सक ने उनकी बेवजह शिकायत की है।