क्या कहते हैं त्वचा रोग विशेषज्ञ?
त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष मिश्रा के अनुसार, गर्मियों में त्वचा के रोमछिद्र (Pores) बंद हो जाते हैं, जिससे संक्रमण और पिंपल्स की समस्या बढ़ जाती है। इसके प्रमुख कारणों में हार्मोनल बदलाव, चेहरे की सफाई में लापरवाही, अधिक ऑयली त्वचा, खराब डाइट और तनाव शामिल हैं। डॉ. मिश्रा ने बताया कि पिंपल्स से बचने के लिए नियमित साफ-सफाई और संतुलित खानपान जरूरी है। ऐसे करें एलोपैथिक इलाज
- दिन में दो बार माइल्ड फेसवॉश से चेहरे को साफ करें।
- ज्यादा ऑयली क्रीम और हेवी मेकअप से बचें।
- डॉक्टर की सलाह से ही एंटी-बैक्टीरियल क्रीम और दवाओं का उपयोग करें।
- पानी भरपूर पिएं और संतुलित आहार लें।
- पिंपल्स को हाथ से न फोड़ें, इससे दाग हो सकते हैं।
- तली-भुनी चीजें और जंक फूड कम करें।
- समय पर सोएं और तनाव से बचें।
आयुर्वेद में है स्थायी समाधान
आयुर्वेद विशेषज्ञ वैद्य एस.एन. त्रिपाठी के अनुसार, पिंपल्स की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए शरीर की गर्मी को नियंत्रित करना जरूरी है। उन्होंने कुछ घरेलू नुस्खे सुझाए हैं—
- नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं।
- एलोवेरा जेल को रातभर लगाकर छोड़ें।
- तुलसी की पत्तियां और हल्दी मिलाकर पेस्ट बनाएं और पिंपल्स पर लगाएं।
- त्रिफला चूर्ण का सेवन करें, यह शरीर की गर्मी को कम करता है।
- नारियल पानी और शीतल पेय पीकर शरीर को ठंडा रखें।
सावधानी ही है बचाव
विशेषज्ञों का कहना है कि पिंपल्स की समस्या से घबराने की बजाय सही इलाज अपनाना जरूरी है। घरेलू उपायों के साथ-साथ संतुलित आहार और स्वच्छता का ध्यान रखकर इस समस्या से बचा जा सकता है।