
सरकार द्वारा चलाए जा रहे साक्षरता अभियान के तहत यह परीक्षा कराई गई, ताकि हर नागरिक शिक्षित हो सके। परीक्षा केंद्रों पर शिक्षकों और स्वयंसेवकों ने परीक्षार्थियों की मदद की। 2027 तक हर नागरिक को साक्षर करने के लक्ष्य के साथ साक्षरता के कदम बढ़ाए जा रहे हैं। बहोरीबंद के बुजुर्ग संतराम पटेल (85) ने बताया कि वे पढ़ाई का सपना पूरा करना चाहते थे, जो अब जाकर संभव हो पाया है। परीक्षार्थी महिला दुईजी बाई (78) निवासी रीठी ने ने कहा, अब मैं भी अपने पोते-पोतियों की कॉपी चेक कर सकूंगी। नवभारत साक्षरता अभियान के तहत यह परीक्षा उन लोगों के लिए आयोजित की गई, जो अब तक औपचारिक शिक्षा से वंचित रहे थे। प्रशासन ने इसे जनभागीदारी का उत्सव बताया और भविष्य में इसे और बड़े स्तर पर आयोजित करने की योजना बनाई है।
हे राम! पहले गुनहगारों की शिकार, फिर सिस्टम की मार…
यह रहा परीक्षार्थियों का लक्ष्य
जानकारी के अनुसार इस परीक्षा में 50 हजार 465 लोगों को शामिल होना था। इसमें से बड़वारा ब्लॉक में 4784, बहोरीबंद 9001, ढीमरखेड़ा 6932, कटनी 9715, रीठी 8942 व विजयराघवगढ़ में 8388 परीक्षार्थी शामिल होने थे। 70 फीसदी से अधिक उपस्थिति अधिकारी बता रहे हैं। हालांकि खबर लिखे जाने तक शिक्षा विभाग द्वारा डाटा संकलित नहीं किया गया था।