विभागों की लापरवाही से गरीबों की परेशानी
राशन वितरण में देरी के लिए सीधे तौर पर सेल्समैन, समिति प्रबंधक, खाद्य विभाग और नागरिक आपूर्ति निगम की लापरवाही को जिम्मेदार माना जा रहा है। इनकी ढिलाई के कारण गरीब परिवार त्योहार पर भी अपने घर में चूल्हा जलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हितग्राहियों का कहना है कि वे पिछले कई दिनों से राशन दुकानों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। जब इस विषय में अधिकारियों से बात की गई, तो उन्होंने तकनीकी कारणों और आपूर्ति में देरी का हवाला दिया। होली जैसे बड़े त्योहार के दौरान राशन की कमी गरीब तबके के लिए बड़ी समस्या बन चुकी है।
यह है वितरण की स्थिति
बड़वारा में राशि वितरण की स्थिति कुछ बेहतर है। यहां पर 61.69 प्रतिशत राशन का वितरण हो गया है। इसी प्रकार जनपद क्षेत्र बहोरीबंद में 39.93, जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा 31.25 प्रतिशत, जनपद पंचायत कटनी क्षेत्र में 22.34 प्रतिशत, जनपद पंचायत रीठी क्षेत्र में 24.22 प्रतिशत, जनपद पंचायत विजयराघवगढ़ क्षेत्र में 34.72 प्रतिशत, नगर निगम क्षेत्र में 57.25 प्रतिशत, नगर परिषद क्षेत्र बरही में 42.18 प्रतिशत, नगर परिषद क्षेत्र कैमोर 16.1 प्रतिशत, नगर परिषद विजयराघवगढ़ क्षेत्र में 43.19 प्रतिशत ही राशन का वितरण हुआ है।
राशन दुकानों में एक माह एडवांस का राशन पहुंचाए जाने का प्रावधान है। राशन वितरण भी समय पर करने के नियम हैं, बावजूद इसके गंभीर बेपरवाही जिले में जारी है। होली के त्योहार में भी अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। बताया जा रहा है कि नागरिक आपूर्ति निगम के द्वारा समय पर पीडीएस दुकानों के लिए राशन नहीं भेजा जाता, वहीं दूसरी ओर पीओएस मशीनें ठीक से काम नहीं करतीं। कभी स्टॉक नहीं दिखता तो कभी हितग्राहियों के फिंगर आदि को स्वीकार नहीं करती। सेल्समैनों द्वारा भी बेपरवाही बरती जा रही है। समय पर हितग्राहियों को राशन मिले, इसको लेकर अधिकारी भी ठीक से निगरानी नहीं कर रहे।
राशन का वितरण किया जा रहा है। शुरुआती दौर में कुछ स्थानों पर पीओएस मशीनें दिक्कत कर रहीं थीं। बुधवार और गुरुवार को अधिकांश राशन का वितरण कराया जाएगा, ताकि हितग्राहियों को समस्या न हो।
सज्जन सिंह परिहार, जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी।