CG School Open: नया सिस्टम शुरु हो चुका
वहीं तापमान में भी बढ़ोतरी हो चुकी है। इस बार तो गर्मी होली के पूर्व ही शुरु हो चुकी थी, अब और तेज हो चुकी है। साथ ही तापमान 39-40 डिग्री तक पहुंच चुका है। इस बीच
सीबीएसई मान्यता प्राप्त निजी स्कूल में नया शिक्षासत्र प्राप्त हो चुका है। बच्चे स्कूल आना जाना कर रहे हैं।
सुबह स्कूल जाते समय ही
अधिकतम तापमान 32 से 33 डिग्री रहता है, जबकि बच्चों की छुट्टी 2 से 3 बजे तक हो रही है जिस समय सबसे अधिक तापमान होता है। हालांकि शासन ने समय में परिवर्तन को लेकर आदेशित कर दिया है। इसमें बड़ी कक्षाएं दोपहर 3 बजे तक संचालित करने आदेशित किया, लेकिन यह बड़ी कक्षाओं के बच्चों के लिए भी परेशानी का सबब है।
तेज धूप और
गर्मी के बची ही बीच बच्चे घर लौटते हैं जो पसीने से तरबरत रहते हैं। निजी स्कूल में अधिकतर बच्चे बस से आना जाना करते हैं बावजूद वह गर्मी के कारण परेशान हो जाते हैं। जबकि कई बच्चे अपने संसाधन से स्कूल आना जाना करते हैं ऐसे में उनकी क्या हालत होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। वहीं आज 1 अप्रैल से अधिकतर निजी स्कूल की कक्षाएं प्रारंभ हो रही है जो इस पूरे माह चल सकती है, लेकिन इस पर रोक लगनी चाहिए।
शासन से जारी हुई नई समय सारिणी
लोक शिक्षण संचालनालय
छत्तीसगढ़ रायपुर के संचालक द्वारा 31 मार्च को जारी पत्र के अनुसार छ्ग राज्य के सभी शासकीय व अशासकीय स्कूलों व शैक्षणिक संस्थाओं के संचालन समय में परिवर्तन किया गया है। इसके अनुसार एक पाली में संचालित समस्त प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, हाई व हायर सेकेण्डरी शालाएं प्रात: 7 से 11 बजे तक संचालित होंगी।
वहीं दो पाली में संचालित शालाओं में प्राथमिक व
पूर्व माध्यमिक शालाएं प्रात: 7 से 11 बजे तक, हाई व हायर सेकेण्डरी शालाएं प्रात: 11 से 3 बजे तक संचालित होंगी। यह आदेश 2 से 30 अप्रैल तक प्रभावशील रहेगा। निजी स्कूल संचालक शासन के आदेश के विपरित एक नया ही सिस्टम शुरु कर दिए हैं।
नया शिक्षासत्र 16 जून से शुरु होती है लेकिन निजी स्कूल 1 अप्रैल तो कहीं 20 मार्च से शुरु कर दिए। शासन के निर्धारित तय समय से पहले
शिक्षासत्र प्रारंभ करने का क्या औचित्य। लोग दोपहर में घर से निकलना नहीं चाहते जबकि बच्चों को पढ़ाई के लिए भेजा जा रहा है। यह बच्चों से खिलवाड़ है। पानी की कमी के कारण बच्चे डिहाइड्रेशन के शिकार हो सकते हैं। तेज धूप, गर्मी के कारण वह बीमार हो सकते हैं।