CG News: बारिश में बिजली से हो सकता है जानलेवा खतरा, जानें इससे बचने के उपाय, एक्सपर्ट ने दी यह सलाह
CG News: बारिश के मौसम में बिजली से जुड़ी कई दुर्घटनाएं होती हैं, जो थोड़ी सी लापरवाही के कारण जानलेवा साबित हो सकती हैं। इस मौसम में बिजली का संपर्क पानी से बढ़ जाता है, जिससे करंट लगने और आग लगने की घटनाएं आम हो जाती हैं।
बारिश में बिजली से हो सकता है जानलेवा खतरा (Photo Unsplash imag)
CG News: छत्तीसगढ़ में पिछले कई दिनों लगातार बारिश हो रही है। बारिश के मौसम में बिजली से जुड़ी कई दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ जाती है। गीले वातावरण में विद्युत खंभों, ट्रांसफार्मरों, एचटी लाइनों और घरों के अंदर मौजूद उपकरणों में करंट प्रवाहित होने की घटनाएं गंभीर परिणाम ला सकती है। बारिश के मौसम में बिजली से जुड़ी कई दुर्घटनाएं होती हैं, जो थोड़ी सी लापरवाही के कारण जानलेवा साबित हो सकती हैं। इस मौसम में बिजली का संपर्क पानी से बढ़ जाता है, जिससे करंट लगने और आग लगने की घटनाएं आम हो जाती हैं।
इसी को ध्यान में रखते हुए कबीरधाम जिले के अधीक्षण अभियंता रंजीत घोष ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस मौसम में अतिरिक्त सतर्कता बरतें और बिजली से जुड़ी किसी भी अनहोनी से बचने के लिए विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। अधीक्षण अभियंता घोष ने कहा कि बरसात के मौसम में थोड़ी सी असावधानी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
विद्युत विभाग लगातार प्रयासरत है कि आमजन को सुरक्षित और निर्बाध बिजली आपूर्ति मिलती रहे। बारिश के पहले ही सभी फीडरों, ट्रांसफार्मरों और विद्युत लाइनों की जांच की जा चुकी है। किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचाव के लिए आम नागरिकों की सजगता और सहयोग अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया है कि बिजली के खंभों, तारों, ट्रांसफार्मरों और अन्य विद्युत उपकरणों से दूर रहें। कहीं भी टूटे या क्षतिग्रस्त तार अथवा उपकरण दिखें तो उसे न छुएं, बल्कि तत्काल विभाग के टोल फ्री नंबर 1912, मोर बिजली ऐप या निकटतम विद्युत वितरण केंद्र या जोन कार्यालय को इसकी सूचना दें।
करंट बचने करें यह काम घोष ने यह भी कहा कि खेतों की बाड़ या कंटीले तारों में करंट प्रवाहित करना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि यह जानलेवा भी हो सकता है। ऐसा करने पर संबंधित व्यक्ति पर विभागीय कार्रवाई भी की जा सकती है। बारिश के दिनों में करंट फैलने का खतरा पानी के जरिए और बढ़ जाता है, इसलिए ऐसे स्थानों पर विशेष सतर्कता की आवश्यकता है। यदि कोई व्यक्ति करंट की चपेट में आ जाता है तो सबसे पहले विद्युत प्रवाह को बंद करना चाहिए। यदि यह संभव न हो तो सूखी लकड़ी, कपड़ा या रस्सी के माध्यम से उस व्यक्ति को तारों से अलग करें ताकि बचावकर्ता खुद भी सुरक्षित रह सके। पीड़ित को सूखी जगह पर लिटाकर उसे कृत्रिम सांस देकर तत्काल अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था करें।
बिजली विभाग का करें सहयोग अधीक्षण अभियंता ने कहा कि विद्युत कर्मचारियों के लिए यह मौसम किसी युद्ध जैसी परिस्थिति पैदा करता है। आंधी-तूफान, भारी बारिश और अंधेरे में भी वे बिजली आपूर्ति बहाल रखने के लिए सतत प्रयासरत रहते हैं। फाल्ट की पहचान कर उसे सुधारने की प्रक्रिया आसान नहीं होती, कभी-कभी उन्हें पूरे खंभों की जांच करनी पड़ती है। ऐसे समय में उपभोक्ताओं से अपेक्षित है कि वे विभाग के कार्यों में सहयोग करें और बिजली आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में कुछ समय धैर्य रखते हुए अपनी शिकायत दर्ज कराएं।
बरसात के मौसम में इन खास सावधानियों का करें पालनभीगे हुए हाथों से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण न छूना गीले हाथों से स्विच, तार या कोई भी बिजली से जुड़ा उपकरण छूना खतरनाक हो सकता है।
खुले वायर या गिरा हुआ बिजली का तार न छूना बरसात में तारों से करंट फैल सकता है। किसी गिरे हुए तार को देखकर तुरंत बिजली विभाग को सूचना देना चाहिए। घर में अर्थिंग की जांच कराना ठीक से अर्थिंग न होने पर घर में करंट फैल सकता है, खासकर बारिश में।
बरसात में पानी भरे रास्तों से बचना वहां करंट फैलने की आशंका हो सकती है, खासकर अगर आसपास कोई बिजली का स्रोत हो। बिजली के उपकरणों को unplug करना तेज तूफ़ान या बिजली गिरने की संभावना हो तो टीवी, कंप्यूटर जैसे उपकरणों को प्लग से निकाल देना बेहतर है।
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