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खंडवा

मस्ती की पाठशाला : सरकारी स्कूलों में बच्चे भाषा, गणित में पढ़ रहे उल्टी गिनती, दादा कहां गए के किस्से-कहानियां

नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी स्कूलों में एक अप्रैल से विशेष कक्षाएं शुरु हो गई हैं। प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में बच्चों के लिए मस्ती की पाठशाला यानी जॉयफुल लर्निंग की कक्षाएं लग रही हैं।

खंडवाApr 15, 2025 / 12:23 pm

Rajesh Patel

Joyful Learning

सरकारी स्कूलों में जॉयफुल लर्निंग की विशेष कक्षाएं शुरू

जॉयफुल लर्निंग : सरकारी स्कूलों में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में किताबी ज्ञान के साथ किस्से, कहानियां का अध्ययन कर रहे हैं। निजी स्कूलों की तरह सरकारी स्कूल एक अप्रैल से खुल गए हैं। 23 दिनों तक किताबी ज्ञान से हटकर सीखे रहे गुर, स्कूलों में संचालित हो रहीं विशेष कक्षाएं

दूसरे से आठवीं तक मस्ती की पाठशाला

नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी स्कूलों में एक अप्रैल से विशेष कक्षाएं शुरु हो गई हैं। प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में बच्चों के लिए मस्ती की पाठशाला यानी जॉयफुल लर्निंग की कक्षाएं लग रही हैं। इसमें बच्चे भाषा, गणित, देखें, जाने और बनाएं की विधि से दादा कहां गए, उल्टी गिनती और रंगीन बटन से बनी नाव सीखे रहे हैं। कक्षा दो से पांचवीं तक बच्चे दादा की कहां गए, चटनी, छिपकली, आ गई नींद, आंगन में पेड आदि किस्से कहानियां पढ़ रहे हैं। कक्षा छह से आठवीं तक के बच्चे भी हवा का झोंका, इल्म की दौलत, कहानियों का शहर, कैसे बने घर, मैं कोन हूं, कुक्कू का घर, मीठे जूते और मिलकर रहना आदि पाठ के जरिए मस्ती की पाठशाला चल रही है।

सकारात्मक माहौल लीक से हटकर गतिविधियां

चालू शैक्षणिक सत्र में शासन ने समग्र शिक्षा अभियान के तहत सरकारी स्कूलों में शासन ने जाॅयफुल लर्निंग अभियान शुरू किया है। यह अभियान 23 दिनों तक चलेगा। इसका मुख्य उद्देश्य नए बच्चों को स्कूल में सकारात्मक माहौल और उनका सामान्य ज्ञान बढ़ाना है। इसमें बच्चे किताबी जान से हटकर खेल खेल में गतिविधियों के साथ चीजें समझ रहे है। बच्चों को भाषा, गणित एवं देखे जानें और बनाएं इन मुख्य तीन बिंदुओं के आधार पर अध्ययन कराया जा रहा है।

प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल का अलग-अलग चार्ट

कक्षा छह से आठ तक बच्चों के लिए गणित में उल्टी गिनती, संख्या का खेल, गर्म या ठंडा, संख्या का खेल, सेंचुरी बनाओ आदि पाइंट दिए गए हैं। इसी तरह कक्षा दो से पांच तक बच्चों के लिए बादलों का झगड़ा, आ गई नींद, आप सब बहुत अच्छे हैं। आओ मिलान करें, बोल भाई कितने दो, चूडिय़ों में फोटो फ्रेम आदि। तेइस दिन तक अलग-अलग शेड्यूल दिया गया है। कलाकृतियों में विभिन्न प्रकार के चित्र बनाने पर जोर दिया जा रहा है। इस अभियान के तहत 1300 स्कूलों में विशेष कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। विशेष कक्षाएं तीस अप्रेल तक चलेंगी।

समर कैंप की होगी शुरूआत

जिला शिक्षा अधिकारी पीएस सोलंकी का कहना है कि शासन ने जॉयफुल लर्निंग अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत विशेष कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। सी तरह सीएम राइज स्कूलों में 20 अप्रैल से समर कैंप शुरु होगा। इन गतिविधियों में स्पोकन इंग्लिश , स्पोर्ट्स,शतरंज आदि गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।

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