CG News: 372 करोड़ का बकाया बिजली बिल
जब विभागीय अफसर वसूली के लिए प्रतिष्ठानों तक पहुंचती है। तब उन्हें टालमटोल कर वापस लौटा दिया जाता है। यह टालमटोल कोई एक उपभोक्ता नहीं, बल्कि इनकी संया अब सौ तक पहुंच गई है।
बकायादारों में कई उपभोक्ता तो 10 से 12 साल बाद भी बिजली बिल का भुगतान नहीं किया गया है। इसके बाद भी बिजली का उपयोग कर रहे हैं और भुगतान की बारी आने पर पीछे हट रहे हैं। इन उपभोक्ताओं का बिजली बिल बकाया भी तीन से चार लाख रुपए तक पहुंच गया है।
बकाया वसूली नहीं होने की वजह से कोरबा जिला विद्युत विभाग की उस सूची में पहुंच गई है। जहां सबसे अधिक बिजली बिल का बकाया राशि शेष है। विद्युत विभाग की माने जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर बिजली बिल का बकाया राशि 372 करोड़ रुपए से अधिक पहुंच गई है। हालांकि विभाग के उच्च
अधिकारियों के दखल के बाद से कुछ बकायादारों ने बकाया बिल का भुगतान किया है। भुगतान नहीं करने वाले बकायादारों का बिजली कनेक्शन भी काटा गया है।
- 10 से 15 साल तक नहीं वसूल सके कई बडे़ बकायादारों से बिजली बिल की राशि
- कुछ बकायादारों को राजनैतिक पार्टियों की शह, इसलिए अफसर भी दबाव में
ये हैं बडे़ बकायादार
उपभोक्ता का नाम भुगतान तिथि बकाया राशि
मोदी पिक्चरर्स कॉर्पोरेशन कोरबा 16 दिसंबर 2024 492213 शशिकला जायसवाल, सिगरी 26 मार्च 2023 401032 गीता देवी मेमोरियल अस्पताल 02 अप्रैल 2024 330616 लक्ष्मी कटकवार, 06 मई 2014 363579 पूजा विश्वकर्मा 24 अक्टूबर 2015 363461
गोरे लाल, मिशन रोड कोरबा 11 दिसंबर 2012 317798 माधो दास, पुरानी बस्ती कोरबा 27 मई 2014 327040 रंजू गुप्ता, पंपहाउस 06 अगस्त 2015 351218 सीईओ साडा 12 जुलाई 2018 104861
एसडीओपी एंड टी 05 जनवरी 2018 103897 विवेकानंद झा 25 जून 2018 103716 अंकित अग्रवाल, गेरवाघाट 03 मार्च 2015 327878 जिले में विद्युत विभाग का बिजली बिल बकाया राशि बढ़कर अब 372 करोड़ रुपए पहुंच गया है। शहरी क्षेत्र में 494 ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन्होंने बिजली का भुगतान नहीं करने की वजह उनका बकाया एक लाख रुपए से लेकर साढे़ चार लाख रुपए से अधिक पहुंच गई है। लेकिन अफसरों की कार्रवाई की कैंची छोटे बकायादारों तक ही सीमित है। कुछ बडे़ बकायादारों पर राजनैतिक पार्टियों का सह है। इस कारण इन बकायादारों पर कार्रवाई के लिए विभागीय अफसरों रुचि नहीं ले रहे हैं।
नहीं हुई वसूली तो रुकेगा इंक्रीमेंट
बताया जा रहा है कि दो दिन पहले ही विद्युत वितरण विभाग के बिलासपुर सी ऑफिस के अधीक्षण यंत्री आरके अरोरा कोरबा प्रवास पर थे। उन्होंने अधिकारी व कर्मचारियों की क्लास ली। ज्यादा से ज्यादा बकाया वसूली करने को कहा गया है। बकाया वसूली नहीं होने पर इस बार अफसर सत निर्देश दिए गए हैं। निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप बकाया वसूली नहीं होने पर जेई से लेकर डीई स्तर के अधिकारियों के इंक्रीमेंट पर असर पड़ सकता है।
लाइन कटने के बाद जोड़ने पर होगी एफआईआर
विभागीय अफसर ने बताया कि बकाया बिजली बिल वसूली के लिए विभाग ने एक बार फिर कनेक्शन काटने का अभियान शुरू किया है। इसके लिए विद्युत विभाग की टीम घर-घर व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में दस्तक देगी। बकाया बिजली बिल का भुगतान नहीं करने पर कनेक्शन काटा जाएगा। कट हुए कनेक्शन को फिर से जोड़ने पर पुलिस थाने व चौकी में एफआईआर दर्ज कराने की बात कही गई है।
हर शनिवार को होगी बैठक
बताया गया है कि जिले के बिजली बिल की बकाया वसूली अभियान के लिए जिमेदार अधिकारी व कर्मचारियों की सप्ताह में एक दिन (शनिवार) बैठक होगी। इसमें बकाया वसूली के संबंध में जानकारी ली जाएगी। बकाया वसूली के लिए एसई से लेकर डीई, जेई सहित अन्य अधिकारियों को दायित्व सौंपा गया है।
बकाया वसूली के लिए 35 दिन शेष
विद्युत कंपनी के उच्च अधिकारियों ने कोरबा जिले के अफसरों को बकाया वसूली के लिए लक्ष्य दिया गया है। इस लक्ष्य को वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले ही पूरा करना है। वित्तीय वर्ष को समाप्त होने में अब 35 दिन ही शेष बचे हुए हैं। विद्युत वितरण विभाग के समक्ष इस अवधि में निर्धारित बकाया राशि को वसूली करना चुनौती बनी हुई है। जिले में बिजली बकाया 372 करोड़ है। इसकी वसूली के लिए टीम बनाई गई है। बकाया बिजली बिल की राशि वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बकाया भुगतान नहीं करने वालों पर कनेक्शन काटने काटी जा रही है।