यूट्यूब का नया नोटिफिकेशन सिस्टम क्या है?
गूगल के मुताबिक, इस टेस्ट में जिन चैनलों को यूजर्स ने हाल ही में नहीं देखा, लेकिन जिनकी पुश नोटिफिकेशन अभी भी आ रही थीं, अब उन्हें ऐसी नोटिफिकेशन नहीं मिलेंगी। हालांकि, ये नोटिफिकेशन यूट्यूब ऐप के नोटिफिकेशन इनबॉक्स में उपलब्ध रहेंगी, लेकिन आपके फोन पर पुश नोटिफिकेशन के रूप में नहीं आएंगी।
किन चैनलों पर असर नहीं होगा?
यह टेस्ट उन चैनलों पर असर नहीं डालेगा जिन्हें आप नियमित रूप से देखते हैं या जो चैनल बहुत कम वीडियो अपलोड करते हैं। गूगल का कहना है कि यूजर्स को हर चैनल की नोटिफिकेशन को अलग-अलग बंद करने या अपनी सेटिंग्स बदलने की बजाय, वे ऐप की नोटिफिकेशन को पूरी तरह से बंद कर देते हैं। इससे भले ही अनचाही नोटिफिकेशन रुक जाएं, लेकिन क्रिएटर्स अपने दर्शकों तक ऐप के बाहर नहीं पहुंच पाते। ये भी पढ़ें- AI टूल्स से अपने काम को करें स्मार्ट और आसान, राइटिंग से मार्केटिंग तक, सबके लिए है विकल्प अभी सबके लिए उपलब्ध नहीं है ये फीचर
कंपनी का कहना है कि यह टेस्ट एक ऐसा हल ढूंढने के लिए है, जिसमें यूजर्स को ऐप की नोटिफिकेशन पूरी तरह बंद न करनी पड़े। हालांकि, यह सिस्टम अभी टेस्टिंग में है और सभी यूट्यूब यूजर्स के लिए उपलब्ध नहीं है। सिर्फ वे लोग जो इस टेस्ट ग्रुप का हिस्सा हैं, वे इस बदलाव को देख पाएंगे।
YouTube के हाल के अपडेट
इस महीने की शुरुआत में, यूट्यूब ने एक और टेस्ट शुरू किया था, जिसमें “Limited or no ads” रेटिंग वाले वीडियो को ऑटोमेटिकली एक अतिरिक्त जांच के लिए भेजा जाता है। इसका मतलब है कि नए अपलोड किए गए वीडियो, भले ही वे प्राइवेट सेट किए गए हों, उनकी मॉनेटाइजेशन की जांच होगी और यह प्रक्रिया 24 घंटे तक ले सकती है। इसके अलावा, यूट्यूब ने एक और फीचर का टेस्ट शुरू किया, जिसमें यूजर्स डेस्कटॉप और मोबाइल पर वीडियो के अंत में दिखने वाले एंड स्क्रीन्स को छिपा सकते हैं। इस टेस्ट में शामिल यूजर्स को वीडियो के ऊपरी दाएं कोने में एक “Hide” आइकन दिखेगा, जिससे वे एंड स्क्रीन्स को हटा सकेंगे।