जायफल क्यों है खास?
एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण
जायफल में पाए जाने वाले सक्रिय यौगिक (Compounds) शरीर में बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने की क्षमता को मजबूत करते हैं। यह खासतौर पर गले की खराश, बंद नाक और छींकों को कम करने में मददगार होता है।नेचुरल डिकॉन्गेस्टेंट
जायफल म्यूकस को ढीला करता है और श्वसन तंत्र को साफ करने में सहायता करता है, जिससे खांसी और जुकाम में तुरंत आराम मिलता है।नींद और स्ट्रेस में मददगार
खांसी और जुकाम से रात में नींद नहीं आ रही? जायफल वाली चाय पीने से शरीर को आराम मिलता है और अच्छी नींद आती है, जिससे रिकवरी जल्दी होती है।जायफल वाली इम्युनिटी बूस्टिंग चाय कैसे बनाएं?
सामग्री आधा कप पानी आधा कप दूध (वैकल्पिक) 1/4 चम्मच जायफल पाउडर (ताजा कद्दूकस किया हुआ हो तो बेहतर) 1/2 चम्मच अदरक (कद्दूकस किया हुआ)विधि
एक पैन में पानी और दूध मिलाकर गर्म करें। उसमें अदरक, तुलसी, इलायची, काली मिर्च और जायफल डालें।ध्यान रखें
-जायफल की मात्रा हमेशा सीमित रखें। ज़्यादा मात्रा में इसका सेवन नुकसानदायक हो सकता है।-प्रेग्नेंसी, बच्चों या किसी भी गंभीर बीमारी में इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।