अप्रैल से होगा फिनिशिंग कार्य पर जोर
- अप्रैल 2024 से एक्सप्रेसवे पर फिनिशिंग और सुरक्षा संबंधित कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- रोड साइन, स्ट्रीट लाइट, बैरिकेडिंग, और टोल प्लाजा का कार्य जल्द पूरा किया जाएगा।
- कुछ स्थानों पर सर्विस रोड और इंटरचेंज का कार्य बाकी है, जिसे मई के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।
- इसके बाद ट्रायल रन और अन्य आवश्यक निरीक्षण किए जाएंगे, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सड़क यात्रा के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हो।
एक्सप्रेस वे के मुख्य फीचर्स
- लंबाई: 63 किलोमीटर
- लेन: 6-लेन, जिसे 8-लेन तक बढ़ाया जा सकता है
- कुल लागत: लगभग 4,700 करोड़ रुपये
- कनेक्टिविटी: यह लखनऊ-सुल्तानपुर एक्सप्रेस वे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा
- सर्विस रोड: एक्सप्रेस वे के दोनों ओर 3.75 मीटर चौड़ी सर्विस रोड
- इंटरचेंज और टोल प्लाजा: 4 इंटरचेंज और 3 टोल प्लाजा
यात्रियों को होगा यह बड़ा फायदा
- 35 मिनट में तय होगी लखनऊ-कानपुर की दूरी
- यातायात जाम और ट्रैफिक से मिलेगी राहत
- बिजनेस और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट को मिलेगा बढ़ावा
- फ्यूल और समय की होगी बचत
- सुरक्षित और तेज ट्रैवलिंग एक्सपीरियंस मिलेगा
कैसे बदलेगा लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे का असर
- लखनऊ और कानपुर उत्तर प्रदेश के दो बड़े आर्थिक और औद्योगिक केंद्र हैं। इस एक्सप्रेस वे के शुरू होने से इन शहरों के बीच व्यापार, परिवहन और निवेश के नए अवसर खुलेंगे।
- इंडस्ट्रियल ग्रोथ: एक्सप्रेस वे के आसपास नए इंडस्ट्रियल हब और लॉजिस्टिक्स पार्क विकसित किए जाएंगे।
- रोजगार के अवसर: निर्माण कार्य पूरा होने के बाद मेंटेनेंस, टोल प्लाजा, पेट्रोल पंप और अन्य सर्विस सेक्टर में रोजगार बढ़ेगा।
- रियल एस्टेट बूम: एक्सप्रेसवे के पास कई नए हाउसिंग और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स शुरू होने की उम्मीद है।
- हेल्थ और इमरजेंसी सेवाएं: तेज़ यात्रा समय के कारण कानपुर और लखनऊ के मेडिकल हब तक पहुंचना आसान होगा।
यूपी सरकार का मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर प्लान
- यूपी सरकार सुपरफास्ट कनेक्टिविटी को लेकर लगातार नई योजनाएं बना रही है।
- गंगा एक्सप्रेसवे: मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी लंबा एक्सप्रेसवे
- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे: चित्रकूट से इटावा तक नया हाईवे
- पूर्वांचल एक्सप्रेस वे: गाजीपुर से लखनऊ तक कनेक्टिविटी
- दिल्ली-वाराणसी हाई-स्पीड कॉरिडोर: नई बुलेट ट्रेन योजना
- लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे इसी मेगा प्लान का हिस्सा है, जिससे यूपी की सड़क कनेक्टिविटी वर्ल्ड-क्लास बनाई जा रही है।
अधिकारियों का क्या कहना है
यूपीईडा के अधिकारियों का कहना है कि “लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे को जून 2024 तक चालू करने का लक्ष्य रखा गया है। अप्रैल से अंतिम कार्यों पर जोर दिया जाएगा और ट्रायल रन के बाद इसे जनता के लिए खोल दिया जाएगा।”
राज्य सरकार इस प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के तहत लागू कर रही है, जिससे इसे तेजी से पूरा किया जा सके।
कैसे मिलेगी जनता को सुविधा
- इंटरचेंज और एंट्री-एग्जिट प्वाइंट
- अलग-अलग जगहों से एंट्री और एग्जिट मिलेगी।
- फास्टैग से टोल भुगतान: डिजिटल टोल प्लाजा होंगे जिससे बिना रुके सफर किया जा सकेगा।
- सुरक्षा व्यवस्था: CCTV कैमरा, एम्बुलेंस, पेट्रोलिंग टीम और LED लाइटिंग लगेगी।
- ईंधन और फूड प्लाजा: रास्ते में पेट्रोल पंप, EV चार्जिंग स्टेशन और रेस्ट एरिया बनाए जाएंगे।
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे: एक नज़र में
- शहर: लखनऊ-कानपुर
- यात्रा समय: 35 मिनट
- लागत: 4,700 करोड़ रुपये
- लंबाई: 63 किमी
- छह लेन, 8 लेन तक विस्तार संभव
- 2024 के मध्य तक चालू होने की संभावना
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे से जुड़े
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे यूपी की कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला प्रोजेक्ट है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि लखनऊ से कानपुर की यात्रा महज 35 मिनट में पूरी होगी, जिससे आम जनता, व्यापारियों, और इंडस्ट्री को बहुत लाभ मिलेगा। सरकार इसे जून 2024 तक शुरू करने की तैयारी में है, जिससे यूपी के विकास को एक और नई रफ्तार मिलेगी।