यूपी के बैंकों में जमा हैं 17.45 लाख करोड़
महाराष्ट्र के बैंकों में 46 लाख करोड़ रुपए, दिल्ली के बैंकों में 18 लाख करोड़ और यूपी के बैंकों में 17.45 लाख करोड़ रुपए जमा है। लेकिन ऋण जमा अनुपात (सीडीआर) के मामले में उत्तर प्रदेश के बैंकों की स्थिति अन्य बड़े राज्यों की तुलना में काफी कमजोर है।
RBI ने देश के बैंकों के 6 भाग में बांटा
आरबीआई ने बैंकों के लिहाज से देश को छह रीजन में बांट कर डाटा पेश किया है। इसे उत्तर क्षेत्र, उत्तर-पूर्व क्षेत्र, पूर्व क्षेत्र, केंद्रीय क्षेत्र, पश्चिमी क्षेत्र और दक्षिणी क्षेत्र में राज्यों को बांटा है। केंद्रीय क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़,
मध्य प्रदेश और उत्तराखंड हैं। इन चार राज्यों के बैंकों की कुल जमा पूंजी 28.30 लाख करोड़ रुपए है, जिसमें से 17.45 लाख करोड़ रुपए अकेले उत्तर प्रदेश के बैंकों में जमा हैं। शेष राशि तीन अन्य राज्यों के बैंकों में जमा है।
कभी कर्नाटक से पीछे रहने वाला यूपी, अब आगे निकला
बैंकों की वित्तीय स्थिति किसी राज्य की मजबूत अर्थव्यवस्था का संकेत होती है। बैंकों में जमा धन का ग्राफ बढ़ने का संकेत निवेश, औद्योगिक विकास और आय में वृद्धि जोड़ा जाता है। आरबीआई के अनुसार, कोरोना काल (वर्ष 2020) में उत्तर प्रदेश के वाणिज्यिक बैंकों(Commercial Banks) में 11.45 लाख करोड़ रुपए जमा थे। ये रकम चार वर्ष में छह लाख करोड़ रुपये बढ़ गई है। इस मामले में कर्नाटक से कभी पीछे रहने वाला यूपी अब उससे काफी आगे निकल गया है।
एक साल में 25 लाख करोड़ बैंकों में ज्यादा जमा
वर्ष 2023 में देशभर के बैंकों में 187 लाख करोड़ रुपए जमा थे। ये रकम वर्ष 2024 में बड़कर 212 लाख करोड़ रुपए हो गई। यानी एक वर्ष में बैंकों में 25 लाख करोड़ रुपए ज्यादा जमा किए गए। कोरोना काल वर्ष 2020 की तुलना में इस वर्ष 75 लाख करोड़ रुपए ज्यादा बैंकों के खातों में जमा हुआ है। तब बैंकों में कुल 137 लाख करोड़ रुपए जमा थे।