मायावती के इस पोस्ट को भतीजे आकाश आनंद को चेतावनी के रूप में माना जा रहा है। इससे यह भी संकेत निकल रहे हैं कि आकाश आनंद ने अगर उनके तौर-तरीकों से काम नहीं किया तो उनके हाथ से उत्तराधिकारी बनने का मौका निकल सकता है।
बसपा में अतर्कलह
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर रखा है। वह आकाश आनंद को पूरी तरह से राजनीति में सक्रिय करने में लगी हुई थीं। पहले आकाश को महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब और हरियाणा विधानसभा चुनाव में लगाया। फिर लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश का स्टार प्रचारक बनाते हुए मैदान में उतारा। लेकिन सीतापुर में सभा के बाद एफआईआर होते ही उनके कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया। कुछ दिनों बाद मायावती ने उन्हें अपरिपक्व बताते हुए हटा दिया। मायावती ने कुछ महीनों बाद फिर हरियाणा और दिल्ली विधानसभा चुनाव की पूरी जिम्मेदारी दी। इन दोनों चुनावों में टिकट वितरण में मनमानी की बात आई है। कहा जा रहा है कि इसी के चलते अनुमान के अनुरूप परिणाम नहीं आया। इसके लिए भी काफी हद तक अशोक सिद्धार्थ और आकाश आनंद को जिम्मेदार माना जा रहा है।