क्या है एडवाइजरी ?
श्री राधा केलि कुंज ने एडवाइजरी जारी कर लिखा कि श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम, वृंदावन (उत्तरप्रदेश) की अन्य कहीं भी किसी भी प्रकार की कोई शाखा (Branch) नहीं है। श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम के द्वारा किसी भी प्रकार का भूमि / फ्लैट / प्लोट एवं भवन निर्माण आदि का विक्रय (Sale) का कार्य नहीं किया जाता है। आश्रम का कहीं भी, किसी भी प्रकार का होटल / रेस्टोरेंट / ढाबा / यात्री विश्राम स्थल /चिकित्सालय / गुरुकुल / विद्यालय नहीं है।
नहीं किया जाता है विज्ञापन
आश्रम की कोई भी गौशाला नहीं है। आश्रम की किसी प्रकार की कण्ठी-माला, छवि, पूजा-श्रृंगार सामग्री आदि की कोई भी दुकान (Online & Offline Shop) नहीं है। आश्रम के द्वारा किसी भी प्रकार का विज्ञापन (Advertisement) नहीं किया जाता है। आश्रम परिसर में एकान्तिक वार्तालाप, सत्संग, कीर्तन एवं वाणी पाठ में सम्मलित होना एकदम निःशुल्क (Free) है। जिसके लिए एक दिन पहले आश्रम में आकर नाम लिखवाना अनिवार्य है।
सावधान रहने की अपील
श्री राधा केलि कुंज ने बताया कि पूज्य सद्गुरुदेव श्री हित प्रेमानन्द गोविंद शरण जी महाराज व श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम का नाम जोड़कर कोई भी व्यक्ति / शिष्य परिकर / संत वेषधारी, उपरोक्त किसी भी विषय में, अगर कोई आपको भ्रमित करता है तो ऐसे व्यक्तियों से सावधान व सतर्क रहें एवं उनके झाँसे में न आयें। सही जानकारी श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम के सेवा भवन (Office) या पूछताछ केन्द्र (Enquiry Counter) से ही प्राप्त करें। प्रेमानंद जी महाराज की बढ़ रही है लोकप्रियता
प्रेमानंद महाराज की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। सोशल मीडिया पर उनके करोड़ों फॉलोअर्स हैं, और रोज हजारों लोग उनके दर्शन के लिए आते हैं। इस बढ़ती प्रसिद्धि के बीच, कई लोग उनके नाम पर अपनी दुकानें चला रहे हैं और इसका लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं।