रविवार तड़के असद के छिपे होने की सूचना पर डीआईजी/एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने खुद टीम का नेतृत्व किया। उन्होंने अपने साथ एसपी क्राइम अवनीश मिश्रा, हाइवे, रिवार्डेड टीम के साथ बताये गये स्थान पर जाकर घेराबंदी की। भनक लगते ही शातिर गिरोह ने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। पुलिस टीम ने भी मोर्चा संभाल जवाबी फायरिंग की। इससे आसपास के इलाके लोगों में दशहत फैल गयी। करीब 15 मिनट तक दोनों ओर से ताबड़तोड़ गोलियां चलीं। फाती उर्फ असद व उसके साथियों ने स्टैनगन, पिस्टल, तमंचों से करीब 20-25 राउंड फायर किये। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की।
डीआईजी बाल-बाल बचे
मुठभेड़ में बाल-बाल बचे डीआइजी मुठभेड़ में डीआईजी शैलेश पांडेय बाल-बाल बच गये। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एसपी क्राइम अवनीश कुमार मिश्र ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान डीआईजी/एसएसपी की बुलेट प्रुफ जैकेट में गोली लगी। जैकेट के कारण वह बच गये। उनको कवरअप एसपी क्राइम ने दिया। पुलिस के अनुसार फायरिंग दोनों ओर से हो रही थी। इसी दौरान एक गोली डीआईजी/एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय के सीने में आकर लगी, गनीमत रही कि वह बुलेट प्रूफ जैकेट पहने हुए थे। इस दौरान पांडेय संभल कर मोर्चा संभालते हुए अपनी पिस्टल से फायरिंग करते रहे और इसमें फाती उर्फ असद को मार गिराया। दो गोली लगने के बाद भी करता रहा फायर
एसपी क्राइम अवनीश कुमार मिश्र ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान गोलियां चली। उन्होंने बताया कि दो गोलियों लगने के बाद भी दुर्दांत छैमार गिरोह का सरगना फाती उर्फ असद पुलिस पर फायरिंग करता रहा। पुलिस टीम भी मोर्चा संभाल फायर करती रही और 15 मिनट के बाद गोलियों चलनी बंद हुई। इसके बाद पुलिस ने देखा तो एक बदमाश गोली लगने से घायल होकर गिरा पड़ा था। उसके तीन साथी पीछे जंगल की ओर भाग गए।