घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल युवती को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बढ़राव ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि वह लगभग 60 प्रतिशत झुलस चुकी है। तेजाब से उसका चेहरा, कंधा, गला और स्तनों का हिस्सा बुरी तरह प्रभावित हुआ है। ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर संजय वर्मा, फार्मासिस्ट योगेंद्र और बीपीएम संजीव तिवारी ने प्राथमिक इलाज के बाद तत्काल उसे रेफर कर दिया।
बताया जा रहा है कि पीड़िता की शादी इसी महीने 27 मई को होनी थी। पिता की मौत और भाई के छोटे होने के कारण वह खुद ही शादी की तैयारियों में व्यस्त थी। गुरुवार को वह आंखेपुर स्थित एक बैंक से 20 हजार रुपये निकालकर वापस घर लौट रही थी। दोपहर लगभग 2 बजे जैसे ही वह गांव के पास पहुंची, पहले से घात लगाए बैठे दो नकाबपोश बाइक सवारों ने तेजाब फेंक कर फरार हो गए।
इलाज के दौरान युवती ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि नकाबपोशों में से एक ने तेजाब फेंकते हुए कहा— “तू मेरी नहीं हुई, तो किसी और की भी नहीं होने दूंगा!” हालांकि चेहरा ढका होने की वजह से वह हमलावरों को पहचान नहीं सकी।
इस वारदात के बाद पूरे गांव में दहशत और गुस्से का माहौल है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश तेज कर दी है। यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है बल्कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता भी पैदा करती है।
अपर पुलिस अधीक्षक महेश सिंह अत्री ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने नहर के पास से एक युवती पर तेजाब फेंकने जैसी गंभीर अपराध का खुलासा किया।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि पीड़िता रीमा का लगभग पांच वर्षों से राम के साथ प्रेम संबंध था। रीमा की शादी शेखर नामक युवक से 27 मई 2025 को तय थी, जो राम जनम सिंह पटेल को स्वीकार नहीं था। शादी रोकने के उद्देश्य से राम जनम सिंह पटेल ने अपने साथियों के साथ मिलकर सीमा पर तेजाब फेंकवा दिया।
इस मामले में धारा 124(1), 61623, 351(2), 352 बीएस के अंतर्गत दर्ज प्रकरण में राम जनम सिंह पटेल, मनोज यादव एवं सुरेन्द्र यादव को हिरासत में लिया गया। वहीं घटना में प्रयुक्त बाइक भी कब्जे में ले ली गई है।
इस जघन्य अपराध में शामिल सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया गया है। (नोट: पीड़िता की पहचान गोपनीय रखने हेतु नाम बदला गया है।)