दरोगा की पत्नी, व्यापारी और महिला से की थी लूट
गिरफ्तार अरमान वही बदमाश है जिसने बीएसएफ के दरोगा की पत्नी और एक व्यापारी से चेन लूट की थी। पहली घटना 19 अप्रैल को हुई थी जब कांशीराम नगर निवासी मीरा यादव अपने पोतों को स्कूल छोड़कर लौट रही थीं। तभी बाइक सवार बदमाशों ने उनके गले से चेन लूट ली। इसके बाद 2 मई की सुबह बीएसएफ दरोगा आनंदपाल सिंह की पत्नी नीलम चौधरी से साईं मंदिर रोड पर चेन छीनी गई, जब वह संभल से रिश्तेदारों से मिलकर वापस लौट रही थीं। तीसरी घटना अगले ही दिन हुई जब सिविल लाइंस निवासी व्यापारी रचित अग्रवाल से स्प्रिंगफील्ड स्कूल के बाहर चेन लूट ली गई। उस समय व्यापारी बैडमिंटन खेलने के बाद घर लौट रहे थे।
सीसीटीवी फुटेज से खुला राज
पुलिस ने घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो पता चला कि तीनों वारदातों को एक ही गैंग ने अंजाम दिया है। फुटेज की मदद से बदमाशों की पहचान बुलंदशहर निवासी अरमान और दिल्ली के किशनकुंज, लक्ष्मी नगर निवासी राशिद उर्फ मोहसिन के रूप में हुई।
वारदात से पहले होटल में रुककर करते थे रेकी
गिरफ्तार अरमान ने पूछताछ में बताया कि वह वारदात से एक दिन पहले मुरादाबाद पहुंचते और होटल में रुककर रेकी करते थे। अगले दिन सुबह लोगों के पैदल चलने वाले मार्गों पर लूटपाट कर फरार हो जाते थे। आरोपी ने बताया कि उन्होंने दिल्ली से एक बाइक चोरी की थी और फर्जी आधार कार्ड बनवाकर होटल में ठहरते थे।
मुठभेड़ के दौरान पुलिस की गोली से घायल हुआ बदमाश
सोमवार रात जब यह गैंग दोबारा मुरादाबाद में वारदात करने आया तो पुलिस को इसकी सूचना मिल गई। सिविल लाइंस क्षेत्र के चक्कर की मिलक में पुलिस ने घेराबंदी की, जिस पर बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में अरमान के पैर में गोली लगी और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसका साथी राशिद मौके से फरार हो गया।
बदमाश के पास से तमंचा, चेन, चोरी की बाइक और फर्जी दस्तावेज बरामद
पुलिस ने घायल बदमाश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया और पूछताछ की। अरमान ने तीनों घटनाओं में अपनी संलिप्तता कबूल की है। उसके कब्जे से एक चेन, तमंचा, दिल्ली से चोरी की गई बाइक, फर्जी आधार कार्ड और अन्य सामान बरामद हुआ है।