इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत नागपुर से की गई है, जहां पहले चरण में 2000 महिलाओं को पिंक ई-रिक्शा वितरित की जाएगी। आने वाले दिनों में पुणे, नाशिक, छत्रपती संभाजीनगर, सोलापुर, कोल्हापूर, अहिल्यानगर और अमरावती जिलों में जरूरतमंद महिलाओं को आठ चरणों में पिंक ई-रिक्शा उपलब्ध कराए जाएंगे।
इस पिंक ई-रिक्शा की कुल लागत का 20% हिस्सा राज्य सरकार सब्सिडी के रूप में दे रही है, जबकि 10% राशि लाभार्थी महिला को स्वयं वहन करनी होगी। शेष 70% राशि महिलाओं को रियायती ब्याज दर पर लोन के रूप में उपलब्ध कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस योजना को लाडली बहना योजना (लाडकी बहीण योजना) के समान बताते हुए कहा, “इस योजना का उद्देश्य राज्य में दस हजार महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराना है। साथ ही महिलाओं को सुरक्षित यात्रा का विकल्प भी देना है। रात के समय भी महिलाएं निडर होकर यात्रा कर सकें, यह भी हमारी प्राथमिकता है।” उन्होंने यह भी कहा कि ये ई-रिक्शा महिलाओं द्वारा, महिलाओं के लिए होंगी, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि इसमें पुरुष सवारी नहीं कर सकते।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सभी लाभार्थी महिलाओं को शुभकामनाएं दीं और कहा कि जिस तरह महिलाएं अपने घर और परिवार को कुशलता से संभालती हैं, उसी तरह ई-रिक्शा भी अच्छे से चलाएं और सभी यात्रियों को सुरक्षित अनुभव दें।