इसी तरह, लेक लाडली योजना भी शुरू की गई है, जिसमें लड़की के 18 वर्ष की उम्र तक सरकार की ओर से 75,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। इन योजनाओं के बीच अब श्री सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट ने भी एक नई योजना की घोषणा की है, जो बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने में मददगार साबित होगी।
श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट ने ‘श्री सिद्धिविनायक भाग्यलक्ष्मी योजना’ शुरू करने का फैसला किया है। इस योजना के तहत महाराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों में जन्म लेने वाली बच्चियों के नाम पर उनकी माता के बैंक खाते में 10,000 रुपये की एफडी (FD) रखी जाएगी। ट्रस्ट की प्रबंधन समिति ने इस योजना को मंजूरी दी है और इसे सरकार की स्वीकृति के लिए भेजा गया है। ट्रस्ट की ओर से जानकारी दी गई है कि मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही इस योजना के नियम और शर्तें घोषित की जाएगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस योजना को लेकर ट्रस्ट ने प्रस्ताव दिया है कि 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन जन्म लेने वाली बच्चियों के लिए यह लागू की जाए। श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट की अहम बैठक 31 मार्च को ट्रस्ट के अध्यक्ष सदानंद सरवणकर की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में 2024-25 के वार्षिक रिपोर्ट और 2025-26 के बजट पर विस्तार से चर्चा की गई। वर्ष 2024-25 के लिए ट्रस्ट की अनुमानित आय 114 करोड़ रुपये थी, लेकिन यह आय बढ़कर 133 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। ट्रस्ट ने अगले वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 154 करोड़ रुपये के राजस्व का लक्ष्य तय किया है।