मुंबई पुलिस भी हाई अलर्ट पर है और शहर के महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी है। महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों, सरकारी आवासों, धार्मिक स्थलों और पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई गई है। सभी थानों को सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
गृह मंत्रालय ने भी भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसी स्थिति को देखते हुए देश के प्रमुख शहरों में मॉक ड्रिल के आदेश दिए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया दी जा सके। इसी दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर उन्हें ध्वस्त किया, जिसके बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां और अधिक सतर्क हो गई हैं।
मुंबई पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाहों से दूर रहें और सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी साझा न करें। यदि किसी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की जानकारी मिलती है, तो तुरंत पुलिस या हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दें।
बता दें कि दशकों से देश की आर्थिक राजधानी मुंबई आतंकियों के निशाने पर रही है। चाहे वह 2008 का 26/11 हमला हो या लोकल ट्रेनों में सिलसिलेवार धमाके, ऐसे में सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्कता बरत रहीं है।
इस बीच, महाराष्ट्र के कौशल विकास विभाग ने अपने सभी सरकारी आईटीआई छात्रों को आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण देने का फैसला किया है। यह प्रशिक्षण आज ठाणे जिले के राजामाता जिजाऊ आईटीआई में शुरू होगा, जहां महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी प्रवीण दीक्षित छात्रों का मार्गदर्शन करेंगे।
भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था। इसके तहत 7 मई को पाकिस्तान और पीओके स्थित नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाकर नष्ट कर दिया गया। भारतीय सेना के मुताबिक, पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकियों के नौ ठिकानों- मुजफ्फराबाद, कोटली, बहावलपुर, रावलकोट, चकस्वरी, भीमबर, नीलम घाटी, झेलम और चकवाल में एयर स्ट्राइक की गई।
केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए भारतीय सेना की बहादुरी की जमकर सराहना की। जबकि तमाम दलों ने इस सफल अभियान के लिए पीएम मोदी को बधाई दी और उनके नेतृत्व पर विश्वास जताया।