30 मार्च से ध्वजारोहण के साथ शुरू हुए मेले में राजस्थान के साथ पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा से पशुओं की आवक हुई है। हालांकि, यह आवक गत वर्ष की अपेक्षा आधी ही है। जिसकी पीछे की वजह पिछले साल राज्यों के बॉर्डर पर पशु व्यापारियों को रोके जाना है। लेकिन मेले में पहुंचे आधे पशुओं की बिक्री हो चुकी है। अभी तक मेले में 1578 पशुधन पहुंचा है। जिसमें से 781 गौवंश यानी 50 प्रतिशत बिक्री हो चुकी है। गौवंश की न्यूनतम कीमत 5 हजार से लेकर अधिकतम 50 हजार तक है। बलदेवराम पशु मेले में अब तक 1 करोड़ 75 लाख 70 हजार रुपए के गौवंश की खरीद-फराेख्त हो चुकी है। मेले के अंतिम दिनों में उष्ट्र वंश की आवक हुई है।
समारोह में वितरित किए जाएंगे पारितोषिक यहां मेला मैदान में मंगलवार सुबह 11.15 बजे आयोजित समारोह के दौरान मुख्य अतिथि विधायक लक्ष्मणराम कलरू, उपखंड अधिकारी पूनम चोयल, प्रधान संदीप चौधरी, पालिकाध्यक्ष पवन परतानी, उप प्रधान राजवीर जाजड़ा के आतिथ्य में प्रतियोगिताओं के विजेता पशुपालकों को पारितोषिक वितरित किए जाएंगे। इसके साथ ही पशुओं की रवानगी शुरू हो जाएगी।
रंगारंग प्रस्तुतियों से हुआ मनोरंजन वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम के दूसरे दिन रविवार रात पंचायत समिति की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करवाया गया। यहां मेला मैदान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मेहबूब अली एंड पार्टी की ओर से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। इस दौरान कलाकार सोनू जालोरी, अनिल नागौरी, पिंकी राजस्थानी, अनु ब्यावर की ओर से नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में डॉ. सुमेरसिंह, डॉ. मुकेश ऐचरा, डॉ. सचिन, मुकेश, मनसुख सहित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।