गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों प्रदेश के करीब 190 स्कूलों को मर्ज करने के आदेश जारी किए थे, उसके बाद अब एक बार फिर 259 सरकारी स्कूलों को बंद करते हुए दूसरी स्कूलों में मर्ज कर दिया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने 17 जनवरी को ही आदेश जारी किया है। शिक्षा निदेशक की ओर से जारी आदेशानुसार प्रारंभिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित शून्य नामांकन वाले 200 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों को निकटवर्ती माध्यमिक शिक्षा के विद्यालयों में मर्ज किया गया है। इसी प्रकार कम नामांकन वाले 14 विद्यालयों, एक ही परिसर या निकट ही संचालित विद्यालयों में 9 विद्यालयों को मर्ज किया गया है।
सरकार को दोहरा फायदा स्कूलों को मर्ज करने से इनमें कार्यरत शिक्षकों को अब दूसरी स्कूलों में नियुक्त किया जाएगा। उन्हें ऐसे स्कूलों में लगाया जाएगा, जहां शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं। इसी प्रकार कई स्कूल ऐसे भी हैं, जिनमें नामांकन कम था और वे किराए की जगह पर संचालित हो रहे थे। अब इन स्कूलों को मर्ज करने से सरकार को आर्थिक लाभ भी होगा।
दोनों जिलों में शून्य नामांकन वाले विद्यालय डीडवाना-कुचामन जिला- राजकीय प्राथमिक विद्यालय राड़ों की ढाणी कल्याणपुरा को शहीद लांस नायक लिखमाराम राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खरवालिया में मर्ज किया जाएगा। इसी प्रकार राप्रावि देऊसर को राउमावि शेषमा का बास में, राप्रावि छाबा की ढाणी को शहीद सुजानसिंह राउमावि नूंदड़ा में, राप्रावि छिमानीनाडीकालवाबाड़ा को शहीद किशनसिंह राउमावि कालवा में, राप्रावि गोदारा की ढाणी को राउमावि गिंगालिया में, राप्रावि गुडली नाडी को राउमावि गिंगालिया में, राप्रावि नेना की ढाणी को शहीद मांगुराम राउमावि डाबरिया में, राप्रावि सियाकों की ढाणी को राउमावि रामसिया में एवं राप्रावि जड़ावतों की ढाणी आकोड़ा को राउमावि आकोड़ा में मर्ज किया जाएगा। इसी प्रकार राप्रावि निठारवालों की ढाणी लूणवा को राउमावि लूणवा में तथा राप्रावि करवां की ढाणी को सेठ पुसारामबोदूलाल लोहिया राउमावि जंजिला व राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय चिताई को राउमावि चिताई में मर्ज किया जाएगा।
इसी प्रकार नागौर जिले की राजकीय प्राथमिक स्कूल झालराबेरा की ढाणी हबचर डेगाना को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हबचर में मर्ज किया जाएगा। इसी प्रकार राप्रावि ब्राह्मणों-जानियों की ढाणी को राउमावि रामसर में, राप्रावि बिश्नोइयों की ढाणी रेलवे स्टेशन खेडूली को राउमावि बालाजी मंदिर खेडूली में, राप्रावि दक्षिण भाग रोल व राप्रावि पूर्वी भाग रोल को श्री घनश्यामदास पुसारामइनानी राउमावि रोल में, राप्रावि कुमारों की ढाणी गोवांकल्लां को राउमावि गोवांकल्लां में, राप्रावि सांसरा नाडा को राउमावि कुचेरा में, राप्रावि दक्षिण जांगुओं की ढाणी रातड़ी को राउमावि रातड़ी में, राप्रावि मालियों की ढाणी सुरजनियावास को राउमावि सुरजनियावास, राप्रावि सैंसड़ा को राउमावि जैजासनी में,
सांसद ने मुख्यमंत्री को किया ट्वीट शिक्षा विभाग की ओर से नागौर के 23 विद्यालयों सहित प्रदेश के 259 विद्यालयों को मर्ज करने की स्वीकृति प्रदान करने के बाद नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री को ट्वीट करते हुए विरोध दर्ज कराया है। सांसद बेनीवाल ने कहा कि नागौर राजस्थान सरकार शून्य, कम नामांकन या नजदीक स्कूल का हवाला देकर 250 से अधिक सरकारी स्कूलों का समन्वयन मर्ज करने का आदेश पूर्णतया गलत है। एक तरफ सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने की बात करती है, दूसरी तरफ ऐसे तथ्यों के आधार पर सरकारी स्कूलों को बंद करके निर्धन बच्चों के स्कूल जाने के द्वार बंद कर रही है। ऐसी स्कूलों को बंद करने से पहले सरकार को इस बात पर मंथन करना चाहिए कि आखिरकार स्कूलों में कम नामांकन या शून्य नामांकन के लिए कौन जिम्मेदार है। सरकार को ऐसे निर्णय करने से पहले गांव- ढाणी के अंतिम छोर पर बैठे गरीब परिवारों की स्थिति के बारे में सोचना चाहिए। सरकारी स्कूलों का सुदृढ़ीकरण करके उनमें व्यवस्थाओं को बढ़ाने के स्थान पर उन्हें बंद कर देना किसी भी दृष्टि से न्यायसंगत नहीं है।