पीड़ित ने दोस्त द्वारा दिए 7 में से एक 9 लाख रुपए का चेक लगाया तो पता चला कि यह खाता पहले से ब्लॉक है। बाकी 7 खाते भी बंद होने की जानकारी मिली। पीड़ित युवक ने थाने पहुंचकर शिकायती आवेदन दिया। पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।
धोखाधड़ी का केस दर्ज
दरअसल, फरियादी श्रेयांश जैन निवासी एमजी रोड ने अपने पुराने मित्र राहुल पोरवाल के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है। श्रेयांश ने बताया कि राहुल पोरवाल निवासी प्रकाश नगर गली नंबर 2 उसका पुराना दोस्त था। उसने व्यापारिक व निजी जरुरतों के नाम पर अलग-अलग तारीखों में कुल 47 लाख रुपए उधार लिए। इस लेनदेन के संबंध में 29 दिसंबर 2024 को दोनों के बीच लिखित अनुबंध भी हुआ था। राहुल ने इस राशि की अदायगी के लिए आईसीआईसीआई बैंक शाखा नागदा के बंद हो चुके खाते के 7 चेक दिए। जिसमें से एक चेक 9 लाख रुपए का 20 जनवरी 2025 को बाउंस हो गया। बैंक ने कारण बताया कि खाता पहले से ही ब्लॉक है।
ये भी पढ़ें: बीवी-बच्चों को किया आखिरी फोन…हाइवे पर चलती कार में आया हार्ट अटैक आरोपी पहले से जानता था खाता बंद है
फरियादी का आरोप है कि राहुल पोरवाल को पहले से पता था कि उसका बैंक खाता ब्लॉक है। इसके बावजूद उसने जानबूझकर बाउंस होने योग्य चेक जारी किए। जांच अधिकारी एसआई योगिता उपाध्याय ने बताया कि आरोपी के विरुद्ध बीएनएस की धारा 318 (4) में केस दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी की तलाश में अलग-अलग जगहों पर दबिश दी। मगर वह भाग गया और मोबाइल भी स्वीच ऑफ है। ऐसी स्थिति में पुलिस आरोपी पर गैर जमानती वारंट व लुक आउट सर्कुलर की कार्रवाई कर सकती है।