4.25 करोड़ की लागत से होगा निर्माण
बोरदिया डैम का निर्माण 4 करोड़ 25 लाख रुपए की लागत से किया जाएगा। इसमें लगभग 1 एमसीएफटी (मिलियन क्यूबिक फीट) पानी का भंडारण होगा। डैम की लंबाई लगभग 80 मीटर और ऊंचाई 5.3 मीटर होगी। इससे 12 गांवों के किसान लाभान्वित होंगे और सिंचाई क्षेत्र में बड़ा विस्तार होगा।भूमिपूजन में शामिल हुए जनप्रतिनिधि
रविवार को बोरदिया डैम निर्माण कार्य का भूमिपूजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया, नागदा-खाचरौद विधायक डॉ. तेजबहादुरसिंह चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश धाकड़ सहित अन्य भाजपा नेता मौजूद रहे। कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट भी शामिल होने वाले थे, लेकिन ऐन वक्त पर उनका दौरा रद्द हो गया। भूमिपूजन समारोह में सांसद और विधायक ने प्रदेश की भाजपा सरकार की उपलब्धियों को गिनाया और कहा कि किसी भी विकास कार्य को ठानना और उसे सफलतापूर्वक पूरा करना केवल भाजपा सरकार में ही संभव है। यह भी पढ़ें
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कुडेल नदी पर पहले से बने हैं 7 डैम
कुडेल नदी क्षेत्र में पहले से ही सात डैम श्रृंखलाबद्ध तरीके से बनाए जा चुके हैं। यह नदी क्षेत्र की सबसे छोटी नदी मानी जाती है और इन डैमों की मदद से जल संरक्षण को बढ़ावा मिला है। रेलवे ने ऊंचाहेड़ा क्षेत्र में कुडेल नदी पर पहला डैम बनाया था। इसके बाद लोहचितारा में वरिष्ठ भाजपा नेता सत्यनारायण जटिया ने अपनी सांसद निधि से दूसरा डैम बनवाया। वर्ष 2013 से 2018 के बीच पांच अन्य डैम स्वीकृत किए गए। इनमें से पहला डैम आलोट विधानसभा क्षेत्र के नाथूखेड़ी गांव में बना था। दूसरा डैम गोठड़ा माताजी क्षेत्र के नीचे 3.61 करोड़ रुपये की लागत से बना, जिससे 210 हेक्टेयर भूमि सिंचित हो रही है। तीसरा डैम गोठड़ा माताजी के ऊपर 5.07 करोड़ रुपये से बना, जिससे 290 हेक्टेयर भूमि को पानी मिल रहा है। चौथा डैम ब्राह्मणखेड़ी में 1.68 करोड़ रुपये की लागत से बना, जिससे 165 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई का लाभ मिला।
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