ये है पूरा मामला
दरअसल, नगर से 15 किमी दूर बेरछा में मांगूसिंह पिता जुझारसिंह गुरुवार सुबह 8 बजे नागदा थाने पहुंचा। मांगूसिंह ने पुलिस से कहा- मेरे भाई पप्पूसिंह की हत्या हो गई है। किसी ने उसका सिर तलवार से काट दिया। हत्या की दर्दनाक खबर सुन पुलिस भी हरकत में आ गई। सूचना पर एसआई वीरेंद्रसिंह चौहान के नेतृत्व में पुलिस फोर्स मांगूसिंह को लेकर बेरछा के लिए रवाना हुआ। इधर, गांवा भारी पुलिस बल देख ग्रामीण भी जमा हो गए। पुलिस मांगूसिंह को उस जगह पर लेकर पहुंची, जहां उसने अपने भाई की हत्या की खबर दी थी। मगर पप्पूसिंह मौके पर नहीं मिला। कर लिए पुलिस ने पप्पू के परिजनों से संपर्क किया तो पता चला कि वह जिंदा है और घर में ही सो रहा है। पुलिस ने पप्पूसिंह को मौके पर बुलाकर पुष्टि की, तब जाकर पुलिस ने राहत की स ली।
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इतने विभत्स हत्या की खबर ने एक दफा पुलिस को भी सोचने पर मजबूर कर दिया। मगर मांगूसिंह यह कहकर पुलिस को विश्वास दिलाता रहा कि मैं झूठ बोल रहा हूं तो गांव के शनि मंदिर के कैमरे चेक कर लो। तब जाकर पुलिस बेरछा के लिए रवाना हुई। गांव पहुंचकर ग्रामीणों से पता चला मांगूसिंह जिस मंदिर पर कैमरे लगे होने की बात कह रहा था वहां कैमरे लगे ही नहीं हैं।
चार दिन से शराब पी रहा था मांगूसिंह
ग्रामीण रामेश्वर नंदेडा, भारत नंदेडा ने बताया कि मांगूसिंह, पप्पूसिंह, रामसिंह तीनों भाई है। मांगूसिंह पिछले तीन-चार दिनों से अत्यधिक शराब का सेवन कर रहा था। जिससे वह सूझबूझ खो बैठा, जिससे उसका मानसिंह संतुलन भी ठीक नहीं हैं। इसी के चलते उसने नागदा पहुंचकर पुलिस को अपने ही भाई की झूठी सूचना दे डाली।