जानकारी के अनुसार, 4 जून की सुबह 5:10 बजे ओरछा थाना पुलिस और आईटीबीपी के जवान संयुक्त गश्त पर रोहताड़ टोण्डेबेड़ा और एडजुम क्षेत्र की ओर रवाना हुए थे। सर्चिंग के दौरान रोहताड़ के पहाड़ी जंगल में एक व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने लगा। घेराबंदी कर उसे पकड़ा गया, जिसने पूछताछ में अपना नाम राजमन पोयाम पिता अन्दों पोयाम, उम्र 36 वर्ष, निवासी रोहताड़, थाना ओरछा बताया।
प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि वह पिछले 6-7 वर्षों से प्रतिबंधित माओवादी संगठन में सक्रिय था और रोहताड़ जनताना सरकार में उपाध्यक्ष पद पर कार्य कर रहा था। उसने 15 मई 2021 को ग्राम जुवाड़ा के जंगल में संतुराम पोयाम की हत्या और 16 अप्रैल 2021 को पोचावाड़ा पंचायत सचिव हरकलाल चौधरी की लाठी-डंडे से पीट-पीटकर
हत्या की वारदातों में शामिल होने की बात कबूल की।
उसने स्वीकार किया कि ये हत्याएं उसने अपने साथियों दीपक, रामदास, पांडू, रामलाल, सुमिला, कुल्ले मंडावी और अन्य नक्सलियों के साथ मिलकर की थीं। ये हत्याएं पुलिस मुखबिरी के शक के आधार पर की गई थीं। गिरफ्तारी के बाद आरोपी राजमन पोयाम के खिलाफ नामजद प्रकरण दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया।