आठ महीने की गर्भवती है पीड़िता
मामले की शुरुआत तब हुई जब आरोपियों में से एक ने स्कूल से लौट रही छात्रा की तस्वीरें खींच कर उसे डराना शुरु किया। फोटो वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसने और उसके साथियों ने पीड़िता के साथ लगातार दुष्कर्म किए और उसका वीडिया भी शूट किया। पीड़िता अपनी मां के साथ रहती थी और वीडियो वायरल होने के डर से उसने अपनी मां से यह बात छिपाई। बाद में पीड़िता के गर्भवती होने पर पूरे मामले का खुलासा हुआ। हालांकि आठ महीनों तक पीड़िता के गर्भवती होने का पता कैसे नहीं चला इस बात की जांच की जा रही है।
स्थानीय नेताओं ने मामला दबाने की कोशिश की
पुलिस के अनुसार, मामला सामने आने पर स्थानीय समुदाय के नेताओं ने पीड़िता की शादी उसके दलित सहपाठी से कराने की कोशिश भी की थी। डॉक्टर्स के अनुसार पीड़िता एनीमिक है और मानसिक अवसाद से जूझ रही है। उसकी डिलीवरी अगले महीने की 21 तारीख तक होने की संभावना है। लेकिन पीड़िता को फिलहाल अस्पताल में ही रखा जा रहा है क्योंकि गांव वापस जाने पर उसे मानसिक दबाव का सामना करना पड़ सकता है। डिलीवरी के बाद उसे और उसके नवजात बच्चे को सरकारी महिला गृह में भेज दिया जाएगा।
पुलिस ने 17 लोगों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें से 14 आरोपी प्रत्यक्ष रूप से बलात्कार में शामिल थे, वहीं बाकि 3 मामले की जानकारी होने के बावजूद भी चुप रहने के दोष में गिरफ्तार किए गए है। आरोपियों में से तीन नाबालिग है और बाकि की उम्र 18 से 51 वर्ष के बीच है।