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मैंने अपने परिवार को जिंदा जलते हुए देखा, बिहार में डायन के शक में 5 लोगों की हत्या

बिहार के पूर्णिया में पांच लोगों को डायन बताकर जिंदा जलाकर मार डाला गया। परिवार के एकलौते शख्स ने कहा कि मैंने मां, पिता, भाई और दादी को जिंदा जलते देखा।

पटनाJul 08, 2025 / 07:38 am

Pushpankar Piyush

Crime (प्रतीकात्मक फोटो)

बिहार (Bihar) के पूर्णिया (Purnia) में डायन (witches) बताकर पूरे परिवार को ग्रामीणों ने जिंदा जला दिया। हत्याकांड में 5 लोगों की मौत हो गई। जिंदा बचने वाला परिवार का एकलौता सदस्य सोनू ने कहा कि दादी, पिता, मां और भाई को मैंने जिंदा जलते हुए देखा। सोनू ने कहा कि मैं किसी तरह वहां से जान बचाकर ननिलाह भाग आया। सोनू ने कहा कि भीड़ उसके पीछे भी थी, लेकिन वह किसी तरह अपनी नानी के घर पहुंचा।

सब मैंने अपनी आखों से देखा

सोनू ने कहा कि ग्रामीण देर शाम घर आए। वह हम सभी मारने-पीटने लगे। बंधक बनाने के दौरान मुझे भागने का मौका मिल गया। मैं कुछ दूर जाकर ही छिप गया। मैंने ग्रामीणों द्वारा अपने परिजनों को घसीटकर ले जाते हुए देखा। उन्होंने मेरे परिवार को जिंदा जलाकर मार दिया। उसके बाद सभी के लाश को बोरी भरकर सभी को दफना दिया गया। सोनू ने कहा कि रात के करीब 12 बज रहे होंगे। यह सब मैंने अपनी आंखो से देखा। घटना के वक्त मैं वहां से भागना नहीं चाहता था, क्योंकि आवाज होने पर वह मुझे भी मार देते।

कुत्तों के भौंकने से भी डर जाता था

घरवालों की चीख जब थम गई तो खेतों के बीचोबीच अपने ननिहाल वीरपुर जाने का फैसला किया। मेरे घर से ननिहाल की दूरी महज 4 किलोमीटर थी, लेकिन हर एक कदम भारी लग रहा था। कुत्तों के भौंकने की आवाज से कौंध जाता था। सोनू ने कहा कि नानी के घर पहुंचने पर यह विश्वास होने लगा कि अब वह जिंदा बच गया है।

शहर से महज 20 किलोमीटर दूर है गांव

पूर्णिया शहर से महज 20 किलोमीटर दूर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रजीगंज पंचायत अंतर्गत टेटगामा गांव में महज 40 परिवार रहते हैं। इनमें अधिकतर आदिवासी हैं। गांव में शिक्षा की कमी व रोजगार न मिलने के कारण लोग पलायन को मजबूर हैं। बताया जाता है कि शिक्षा की कमी के कारण यहां अंधविश्वास के शिकार हो गए। लोगों ने बताया कि मृतक बाबूलाल उरांव झाड़फूंक का काम करता था। तीन दिन पहले एक बच्चे की मौत हो गई थी। आरोपियों ने अंधविश्वास के कारण बाबूलाल उरांव व उसके परिवार को मार डाला।
पूर्णिया सदर SDPO पंकज शर्मा ने कहा कि ये उरांव जाति का गांव है। यहां 5 सदस्यों की पिटाई करने के बाद जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। घटना की जांच हो रही है। मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

तेजस्वी ने कहा- अराजकता चरम पर

राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि पूर्णिया में एक ही परिवार के 5 लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया गया। डीके टैक्स के कारण बिहार में अराजकता चरम पर है। DGP और चीफ सेकेटरी बेबस हैं। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। उन्होंने आगे कहा कि परसों सीवान में 3 लोगों की नरसंहार में मौत। विगत दिनों बक्सर में नरसंहार में 3 की मौत। भोजपुर में नरसंहार में 3 की मौत। अपराधी सतर्क, मुख्यमंत्री अचेत, भ्रष्ट भूंजा पार्टी मस्त, पुलिस पस्त। DK की मौज, क्योंकि DK ही असल बॉस।

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