भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के पवित्र दिन पर अमृतसर में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति के साथ बेअदबी का जो काम हुआ है, वह बेहद दुर्भाग्य, निंदनीय और मन को कष्ट देने वाला है। तरुण चुघ ने कहा कि पंजाब की आम आदमी पार्टी की भगवंत मान सरकार गहरी निद्रा में सो रही है। पंजाब का लॉ एंड ऑर्डर अस्त व्यस्त है और मुख्यमंत्री टूरिज्म में मस्त हैं। गणतंत्र दिवस का पवित्र दिन हो, संविधान लागू करने का दिन हो और संविधान निर्माता की मूर्ति के साथ बेअदबी की जाती है। पुलिस थाने के सामने संविधान की प्रतियां जलाई जाती हैं। यह घटना दुखद है और निंदनीय है।
कांग्रेस ने जाहिर किया गुस्सा
कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने गुस्सा जाहिर किया है। गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का अपमान निंदनीय है। कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि एक तरफ 26 जनवरी को देश में गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है तो दूसरी तरफ जिन्होंने देश को बराबरी का अधिकार और संविधान दिया, उनका अपमान करना देश के हर नागरिक का अपमान है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ने की घटना निंदनीय है। गुरजीत सिंह औजला ने इस घटना की जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस घटना की गंभीरता को देखते हुए हस्तक्षेप करना चाहिए और घटना को अंजाम देने वालों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए। कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे रविवार शाम बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़े जाने के बारे में पता चला। यह घटना निंदनीय है। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है, लेकिन संविधान निर्माता का आज के ही दिन अपमान किया गया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार और अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछता हूं कि वह इस घटना पर अब तक चुप क्यों हैं।
क्या है मामला?
बता दें कि पंजाब के अमृतसर में रविवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर एक युवक ने बाबा साहेब की मूर्ति को खंडित करने की कोशिश की। अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण के लिए लाई गई सीढ़ी से युवक चढ़ गया और हथौड़े से मूर्ति को खंडित करने लगा। उपद्रवियों का जब इससे भी मन नहीं भरा तो सामने रखे संविधान को आग के हवाले कर दिया। इधर इस घटना की जानकारी दलित समुदाय को हुई तो यहां पर आकर विरोध जताया गया।