कैसे हुआ यह हादसा
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि आग बॉयलर विस्फोट के कारण लगी थी। विस्फोट और उसके कारण लगी आग इतनी तीव्र थी कि इमारत के कुछ हिस्से ढह गए। आग बुझा दी गई है और कूलिंग ऑपरेशन चल रहा है। मलबा हटाने के लिए कर्मचारी काम कर रहे हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की एक टीम भी बचाव कार्य में सहायता के लिए मौके पर मौजूद है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने जताया दुख
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस घटना पर दुख जताया है। सीएम पटेल ने सोशल मीडिया पर लिखा, डिसा में पटाखा गोदाम में विस्फोट के कारण आग लगने और स्लैब गिरने से मजदूरों की मौत की घटना हृदय विदारक है। दुःख की इस घड़ी में मेरी गहरी संवेदनाएं शोक संतप्त लोगों के साथ हैं। मैं ईश्वर से मृत मजदूरों की आत्मा को शांति और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ देने की प्रार्थना करता हूं
सीएम ने किया 4 लाख की मदद का ऐलान
उन्होंने आगे लिखा, इस आपदा में राहत-बचाव एवं उपचार कार्यों को लेकर मैं लगातार प्रशासन के संपर्क में हूं। सिस्टम को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि घायलों को जल्द उचित इलाज मिले। राज्य सरकार मृतकों के परिवार को 4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देगी। फैक्ट्री का स्लैब ढह जाने से बचाव कार्य में बाधा
इस घटना की जानकारी देते हुए जिला कलेक्टर मिहिर पटेल ने बताया कि दीपक ट्रेडर्स में आग लग गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई और फैक्ट्री का स्लैब ढह जाने से बचाव कार्य में बाधा आ रही है। डीसा नगर पालिका के दमकलकर्मियों ने 108 एम्बुलेंस टीमों के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर कार्रवाई की। दमकलकर्मियों द्वारा आग पर काबू पाने और मलबे की तलाशी लेने के बाद मृतकों की संख्या बढ़ गई।