अनुराग सिंह ठाकुर: केंद्रीय मंत्री और लेफ्टिनेंट
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से सांसद और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने 29 जुलाई 2016 को टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्राप्त किया। उन्होंने सर्विस सिलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) की कठिन प्रक्रिया को पास किया और 124 इन्फेंट्री बटालियन (टीए) सिख में शामिल हुए। ठाकुर का यह कदम युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो देश सेवा के साथ-साथ अपने पेशेवर जीवन को संतुलित करना चाहते हैं।
सचिन पायलट: पहला केंद्रीय मंत्री, जो बने टीए अधिकारी
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने 6 सितंबर 2012 को टेरिटोरियल आर्मी में कमीशन प्राप्त कर इतिहास रचा। वह भारत के पहले केंद्रीय मंत्री थे, जिन्हें टीए में अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया। पायलट ने अपनी सैन्य प्रशिक्षण के दौरान अनुशासन और समर्पण का परिचय दिया, जो उनकी नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है। राठौर, राव और अन्य राजनेता
- राज्यवर्धन सिंह राठौर: ओलंपिक पदक विजेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर भी टेरिटोरियल आर्मी का हिस्सा रहे हैं। उनकी सैन्य पृष्ठभूमि और खेल में उपलब्धियां उन्हें एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व बनाती हैं।
- राव बिरेंद्र सिंह: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री राव बिरेंद्र सिंह ने भी टीए में सेवा दी। उनकी सैन्य सेवा ने उनके नेतृत्व को और मजबूती प्रदान की।
- कामाख्या प्रसाद सिंह देव: पूर्व केंद्रीय मंत्री और ओडिशा के प्रमुख नेता कामाख्या प्रसाद सिंह देव ने भी टेरिटोरियल आर्मी में योगदान दिया।
- मानवेंद्र सिंह: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता मानवेंद्र सिंह ने भी टीए में अपनी सेवाएं दीं, जिससे उनकी देशभक्ति और समर्पण का परिचय मिलता है।
अभिनेता और कॉर्पोरेट जगत की हस्तियां
- नाना पाटेकर: मशहूर अभिनेता नाना पाटेकर ने 1990 में फिल्म प्रहार की तैयारी के लिए टेरिटोरियल आर्मी में कैप्टन के रूप में शामिल हुए। उन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध में मराठा लाइट इन्फेंट्री रेजिमेंट में मेजर के रूप में सेवा दी। उनकी सैन्य सेवा उनकी बहुमुखी प्रतिभा का प्रमाण है।
- मोहनलाल विश्वनाथ नायर: मलयालम सिनेमा के दिग्गज अभिनेता मोहनलाल को टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक मिली है। वह 122 इन्फेंट्री बटालियन (मद्रास रेजिमेंट) के ब्रांड एम्बेसडर हैं और देश सेवा में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
- धर्मपाल राजपुरोहित: बार्कलेज के प्रबंध निदेशक धर्मपाल राजपुरोहित ने कॉर्पोरेट जगत के साथ-साथ टेरिटोरियल आर्मी में भी अपनी सेवाएं दी हैं, जो उनके समर्पण और बहु-आयामी व्यक्तित्व को दर्शाता है।
टेरिटोरियल आर्मी का महत्व
टेरिटोरियल आर्मी भारत की रक्षा प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो नियमित सेना को सहायता प्रदान करती है। यह उन लोगों के लिए एक मंच है जो अपने पेशेवर जीवन के साथ-साथ देश सेवा करना चाहते हैं। युद्ध की स्थिति में, ये हस्तियां और अन्य टीए सदस्य नियमित सेना के साथ मिलकर देश की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
जंग हुई तो…
वर्तमान में भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव और हाल के हमलों के मद्देनजर, टेरिटोरियल आर्मी की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। अनुराग ठाकुर, सचिन पायलट, नाना पाटेकर और अन्य जैसे लोग, जो टीए का हिस्सा हैं, युद्ध की स्थिति में देश की रक्षा के लिए तैयार हैं। इन हस्तियों का सैन्य प्रशिक्षण और अनुशासन न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि देश सेवा का जज्बा हर क्षेत्र में मौजूद है।